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ब्रिटिश जनगणना में सिखों व कश्मीरियों की अलग श्रेणी

2001 जनगणना में डाले गए वैकल्पिक धार्मिक सवाल में सिखों को पहले से ही एक अलग धर्म के तौर पर पहचान मिली हुई है।

By Manish NegiEdited By: Published: Wed, 22 Feb 2017 01:34 AM (IST)Updated: Wed, 22 Feb 2017 02:45 AM (IST)
ब्रिटिश जनगणना में सिखों व कश्मीरियों की अलग श्रेणी
ब्रिटिश जनगणना में सिखों व कश्मीरियों की अलग श्रेणी

लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन का राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) 2021 जनगणना प्रपत्र पर सिख और कश्मीरी समुदाय के लिए अलग श्रेणी बनाने पर विचार कर रहा है।

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ओएनएस के एक प्रवक्ता ने बताया, 'हमें अभी बहुत लंबा सफर तय करना है, क्योंकि यह सुनिश्चित करने के लिए काफी अनुसंधान की जरूरत है कि प्रत्येक दस साल पर होने वाली जनगणना सही सूचना एकत्रित करे। जातीयता इस अनुसंधान का केवल एक पहलू है। सिख व कश्मीरियों को अलग श्रेणी में रखने के लिए हमें कई मांग पत्र प्राप्त हुए हैं।

2001 जनगणना में डाले गए वैकल्पिक धार्मिक सवाल में सिखों को पहले से ही एक अलग धर्म के तौर पर पहचान मिली हुई है।

ब्रिटेन में सिख समूह ब्रिटिश सिखों के लिए वर्षो से अलग श्रेणी की मांग करते रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस सप्ताह शुरू किए गए अनुसंधान से ऐसा परिवर्तन संभव होगा।

कश्मीरियों के लिए मैनचेस्टर सिटी काउंसिल ने विचार व्यक्त किया है कि ऐसी श्रेणी जोड़ने से इस समुदाय के लिए सेवाओं का मानदंड बनाने में मदद मिलेगी।

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