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क्लिंटन के सहयोगी ने की भारत में घिरे फोर्ड फाउंडेशन की मदद!

पिछले साल भारत में फंडिंग को लेकर जांच के घेरे में आए फोर्ड फाउंडेशन को संकट से उबारने में क्लिंटन के सहयोगी ने संभवत: मदद की। बताया जाता है कि इस मामले में क्लिंटन कैंपेन

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Tue, 25 Oct 2016 11:51 PM (IST)Updated: Wed, 26 Oct 2016 12:10 AM (IST)
क्लिंटन के सहयोगी ने की भारत में घिरे फोर्ड फाउंडेशन की मदद!

डेट्रॉयट, प्रेट्र : पिछले साल भारत में फंडिंग को लेकर जांच के घेरे में आए फोर्ड फाउंडेशन को संकट से उबारने में क्लिंटन के सहयोगी ने संभवत: मदद की। बताया जाता है कि इस मामले में क्लिंटन कैंपेन कमेटी के चेयरमैन जॉन पोडेस्टा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बातचीत की। विकिलीक्स द्वारा जारी ई-मेल में यह सामने आया है।

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फोर्ड फाउंडेशन बोर्ड के सदस्य थुरगुड मार्शल ने पोडेस्टा को 15 जुलाई 2015 को ई-मेल भेजा था। इसमें मार्शल ने कहा है कि फाउंडेशन के अध्यक्ष डेरेन वाकर से भारतीय प्रधानमंत्री के साथ आपके निर्णायक सहयोग का पता चला। मार्शन ने मदद के लिए पोडेस्टा को धन्यवाद दिया।

पोडेस्टा ओबामा प्रशासन में जलवायु परिवर्तन पर शीर्ष अधिकारी रहे हैं। अप्रैल 2015 में क्लिंटन कैंपेन (हिलेरी क्लिंटन के चुनाव प्रचार समिति) में शामिल होने से पहले फरवरी में उन्होंने व्हाइट हाउस छोड़ दिया था। पोडेस्टा ने विकिलीक्स के जारी ई-मेल के बारे में किसी सवाल का जवाब देने से मना कर दिया।

जबकि मीडिया में इसे काफी स्थान दिया गया है। विकिलीक्स ने पोडेस्टा के हजारों ई-मेल हैक करने का दावा किया है। फोर्ड फाउंडेशन पोडेस्टा की संस्था सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस (सीएपी) को फंड प्रदान करता है।

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