आश्चर्यजनक: ऑस्ट्रेलियाई नर ड्रैगन छिपकलियां बदल रही हैं लिंग
वैज्ञानिकों ने पहली बार इस बात की पुष्टि की कि जलवायु परिवर्तन के परिणास्वरूप तापमान में वृद्धि के कारण सरीसृप वर्ग के प्राणियों में स्वाभाविक रूप से लिंग परिवर्तन हो सकता है। शोधकर्ताओं ने जलवायु परिवर्तन के कारण नर ड्रैगन छिपकलियों के मादा में परिवर्तित होने की पुष्टि की है।
मेलबर्न। वैज्ञानिकों ने पहली बार इस बात की पुष्टि की कि जलवायु परिवर्तन के परिणास्वरूप तापमान में वृद्धि के कारण सरीसृप वर्ग के प्राणियों में स्वाभाविक रूप से लिंग परिवर्तन हो सकता है। शोधकर्ताओं ने जलवायु परिवर्तन के कारण नर ड्रैगन छिपकलियों के मादा में परिवर्तित होने की पुष्टि की है।
कैनबरा विश्वविद्यालय के श्ाोधकर्ताओं ने एक लंबे अध्ययन के बाद पाया है कि ऑस्ट्रेलियाई बीयर्ड ड्रैगन छिपकलियां तापमान बदलने के कारण लिंग परिवर्तित करने में सक्षम है। शोधकर्ता दल के प्रमुख डॉ. क्लार हाेलेले ने कहा कि हमने प्रयोगशाला में इस स्थिति का आंकलन किया है।
उन्होंने कहा कि ये ड्रैगन छिपकलियां अपनी मर्जी से अपना लिंग बदल लेती हैं और यह अंडे में से बच्चा निकलने से पहले वहां के तापमान पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे तापमान गर्म होने लगता है, ज्यादातर नर छिपकलियां मादा बनने लगती हैं।
नेचर जरनल में प्रकाशित इस शोध के अनुसार अभी तक जमीन पर रेंगने वाले जंगली जीवों में ऐसी गतिविधियां नहीं देखी गई थीं, लेकिन अब हालात बदलने लगे हैं। वैज्ञानिक इस बात की चिंता करने लगे हैं कि अगर ऐसे ही हालत रहे तो प्रकृति में होने वाले बदलावों को ये जीव सही तरीके से स्वीकार नहीं पाएंगे, खुद को तापमान के अनुसार ढाल नहीं पाएंगे।
ग्लोबल वॉर्मिंग की चपेट में आने वाले ये जीव सामान्य तरीके से अपना जीवन व्यतीत नहीं कर पा रहे हैं। वे जीव तापमान और जलवायु में होने वाले बदलावों को लेकर काफी संवेदनशील हैं। वे इस परिवर्तन को सहज तरीके से स्वीकार नहीं कर पा रहे, जो इनकी संख्या को कम कर सकता है और हो सकता है ऑस्ट्रेलियाई बीयर्ड ड्रैगन जैसे ये सरीसृप जल्दी ही विलुप्त हो जाएं।