चीनी प्रोफेसर का दावा, इस मामले में भारत है चीन से आगे
मुंबई के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पॉपुलेशन सांइसेज के लौशाराम लाडू सिंह के अनुसार आज की तारीख में भारत की आबादी 130 करोड़ के आसपास है।
जेएनएन, नई दिल्ली: भारत के लिए तेजी से बढ़ती आबादी चिंता का सबब रही है लेकिन क्या यह इस रफ्तार से बढ़ रही है कि हमने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है? विस्कांसिन-मैडिसन विवि, चीन के यी फूक्सियन के दावे पर भरोसा करें तो भारत जनसंख्या में चीन से आगे निकल चुका है।
फूक्सियन के अनुसार चीनी सांख्यिकीविदों नेचीन में प्रजनन दर का गलत अनुमान लगा आबादी को नौ करोड़ अधिक बढ़ाकर पेश किया। इस हिसाब से चीनी सरकार देश की आबादी 138 करोड़ होने का अनुमान लगाती है जबकि उनके अनुसार यह 129 करोड़ से अधिक नहीं है। वहीं आज भारत की जनसंख्या 132 करोड़ के आसपास होगी।
चीन के कठोर परिवार नियोजन कानून के खिलाफ वर्षो से अभियान चला रहे यी ने इस विषय पर फिर अपनी सरकार को घेरा। कहा कि चीन को जनसंख्या नियंत्रण संबंधी तमाम उपायों को तत्काल रद कर देना चाहिए। इससे चीन बूढ़ी हो रही आबादी के संकट से उबर सकेगा। हालांकि कैलिफोर्निया विवि के जनसांख्यिकी विज्ञानी वांग फेंग, फूक्सियन के दावे के सिरे से खारिज करते हैं।
फेंग ने कहा कि यी राजनीतिक एजेंडा वाले शख्स हैं जो चीन सरकार की नीतियों के आलोचक रहे हैं। यी ने संभवत: मात्र यह बताने की कोशिश की है कि चीनी सरकार जन्म संबंधी आंकड़े बढ़ाकर पेश कर रही है और चीन में जनसंख्या नियंत्रण की कोई जरूरत नहीं है।
फेंग ने कहा कि वह आबादी संबंधी किसी भी आंकड़े के लिए सरकार पर ही भरोसा करेंगे। भारतीय जनसांख्यिकीविदों ने भी यी फूक्सियन के दावे को यह कहते हुए खंडित किया कि चीन अब भी दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है।
हालांकि यह माना कि 2025 तक भारत चीन से आगे निकल जाएगा। मुंबई के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पॉपुलेशन सांइसेज के लौशाराम लाडू सिंह के अनुसार आज की तारीख में भारत की आबादी 130 करोड़ के आसपास है।
विश्र्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि 2050 तक भारत की जनसंख्या 170 करोड़ तक पहुंच जाएगी लेकिन इसके बाद वृद्धि दर कम हो जाएगी।
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