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आतंकी सलाहुद्दीन पर चीन हुआ मेहरबान, नहीं लगने देगा बैन!

अभी कुछ ही दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा की परवाह किए बिना चीन ने हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सय्यद सलाहुद्दीन पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध लगवाने की कोशिशों पर पानी फेर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन ने धमकी दी है कि अगर भारत हिजबुल प्रमुख

By Murari sharanEdited By: Published: Thu, 21 May 2015 03:45 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2015 04:16 PM (IST)
आतंकी सलाहुद्दीन पर चीन हुआ मेहरबान, नहीं लगने देगा बैन!

न्यूयॉर्क। अभी कुछ ही दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा की परवाह किए बिना चीन ने हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सय्यद सलाहुद्दीन पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध लगवाने की कोशिशों पर पानी फेर दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन ने धमकी दी है कि अगर भारत हिजबुल प्रमुख को प्रतिबंधित सूची में डलवाने की कोशिश करेगा तो वह इस मामले में तकनीकी पेच डाल देगा। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य होने के नाते चीन के पास वीटो की शक्ति है और पूर्व में भी वह इसका इस्तेमाल कर पहले भी भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कदमों के लिए मुश्किलें खड़ी कर चुका है।
इस मामले पर टिप्पणी करते हुए ब्रिटेन के अखबार ने लिखा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल ही में चीन यात्रा के बावजूद लगता है दोनों देशों के नेताओं की इस मिलनसारिता को संयुक्त राष्ट्र में सकारात्मक रूप में बदलने में वक्त लगेगा।
सूत्रों के अनुसार सलाहुद्दीन को प्रतिबंधित लोगों की सूची में डलवाने से पहले, भारत संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के 15 सदस्यों की मदद हासिल करने में लगा है। यूएनएससी के प्रस्ताव 1267 के मुताबिक, सलाहुद्दीन की यात्रा पर प्रतिबंध और उसकी संपत्तियों पर रोक के लिए इन सदस्यों की मंजूरी मिलना जरूरी है।
हालांकि इस तरह के विरोध के बावजूद चीन अपने फैसले पर दोबारा विचार कर भारत का समर्थन कर सकता है। लेकिन भारत को चिंता है कि चीन के विरोध के चलते सलाहुदीन को प्रतिबंधित लोगों की सूचि में डलवाने की उसकी कोशिशें पटरी से न उतर जाएं।

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