आतंक से लड़ाई में अधिक सहयोग करे चीन: अमेरिका
चीन ने अंतरराष्ट्रीय समुदायों की ओर से किए जाने वाले आतंक विरोधी प्रयासों में सीमित तौर पर सहयोग किया है लेकिन अब अमेरिका और अधिक देखना चाहता है और चाहता है कि इस दिशा में चीन और जिम्मेदारियां ले।
वाशिंगटन (प्रेट्र)।अमेरिका चीन के बीच पहली राजनयिक और सुरक्षा वार्ता के पहले अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने आतंक के खात्मे के लिए किए जाने वाले प्रयासों में चीन से और अधिक योगदान दिए जाने पर जोर दिया।
अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि आतंक के खात्मे के लिए विश्वव्यापी प्रयासों में चीन को भी अधिक शामिल होने की जरूरत है। अमेरिका की कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री सुसान थॉर्नटन ने बताया वाशिंगटन में अमेरिका चीन राजनयिक व सुरक्षा वार्ता में इस मुद्दे को अमेरिका की ओर से उठाया जाएगा। अमेरिका चीन राजनयिक व सुरक्षा वार्ता के पहले कांफ्रेंस कॉल के दौरान थॉर्नटन ने यह बताया कि विदेशों में आर्थिक व अन्य गतिविधियों में चीन की संलिप्तता बढ़ी है। विदेशों में इसकी रुचि बढ़ रही है, यह कई जगहों पर निवेश कर रहा है, इससे अन्य देशों की सरकारों पर प्रभाव बढ़ेगा और हमारा मानना है कि आतंक से लड़ने में व्यापक प्रयासों में चीन को और अधिक सहयोग देने की जरूरत है। चीन ने अंतरराष्ट्रीय समुदायों की ओर से किए जाने वाले आतंक विरोधी प्रयासों में सीमित तौर पर सहयोग किया है लेकिन अब अमेरिका और अधिक देखना चाहता है और चाहता है कि इस दिशा में चीन और जिम्मेदारियां ले।
उनके पास कई और काम हैं उदाहरण के लिए इराक में और हमारा मानना है कि आइएसआइएस को हराने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा किए जा रहे प्रयासों में चीन को और अधिक योगदान देना चाहिए। थॉर्नटन ने आगे कहा, हम इस मामले पर चीन से चर्चा करेंगे कि हमारे अनुसार कौन से ऐसे प्रयास और सहयोग हैं जो वे कर सकते हैं।
आतंकवाद से लड़ रही सरकारों को संसाधन मुहैया कराने और विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा बलों में चीन ने कुछ प्रयास किए हैं लेकिन काफी सीमित, और मेरा मानना है कि हमारे लिए यह रुचिकर होगा कि यह पता चले कि इस दिशा में चीन और क्या सहयोग दे सकता है।
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