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चीन ने कहा, सैटेलाइट छोड़ने में प्रतिस्पर्धा पैदा कर रहा भारत

सेंटर के डायरेक्टर झांग योंग ने सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में लिखा है कि छोटे सैटेलाइटों को छोड़ने में भारत की सफलता को देखते हुए चीन भी उसका रास्ता अपना सकता है।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Mon, 20 Feb 2017 04:19 PM (IST)Updated: Mon, 20 Feb 2017 05:16 PM (IST)
चीन ने कहा, सैटेलाइट छोड़ने में प्रतिस्पर्धा पैदा कर रहा भारत
चीन ने कहा, सैटेलाइट छोड़ने में प्रतिस्पर्धा पैदा कर रहा भारत

बीजिंग, प्रेट्र। भारत द्वारा एक साथ 104 सैटेलाइट छोड़े जाने से बौखलाया चीन अब अंतरिक्ष को लेकर प्रतिस्पर्धा पैदा करने का आरोप लगा रहा है। शंघाई इंजीनियरिंग सेंटर के डायरेक्टर के अनुसार निजी क्षेत्र के छोटे सैटेलाइट सस्ती दर पर लांच करके भारत ने इस क्षेत्र में बाजार वाली होड़ पैदा कर दी है। वह चीन को उकसा रहा है कि वह भी इस प्रतियोगिता में शामिल हो और ज्यादा से ज्यादा सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे।

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सेंटर के डायरेक्टर झांग योंग ने सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख में लिखा है कि छोटे सैटेलाइटों को छोड़ने में भारत की सफलता को देखते हुए चीन भी उसका रास्ता अपना सकता है। निकट भविष्य में चीन भी निजी क्षेत्र के सैटेलाइट छोड़ने के कार्य को बढ़ावा दे सकता है। लेख में चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रम को बढ़ावा देने वाली कार्ययोजना के बारे में भी संकेत दिया गया है।

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बुधवार को 104 सैटेलाइट छोड़ने का बड़ी सफलता के रूप में जिक्र किया गया है। लेख में भारत के 2014 के मार्स मिशन की सफलता का उल्लेख किया गया है। यह सफलता पाने वाला भारत दुनिया का चौथा देश है। इस मामले में चीन उससे प्रतिद्वंद्विता मानता है जिसका मार्स मिशन सन 2012 में असफल रहा था। वैसे 104 सैटेलाइट छोड़ने की भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की सफलता पर तत्काल प्रतिक्रिया में चीनी मीडिया ने इसे भारतीयों के लिए गौरव का क्षण बताया था। साथ ही यह भी कहा था कि इसका ज्यादा महत्व नहीं है। यह सफलता सीमित असर डालने वाली है।

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