चीन में राजनयिकों की आवाजाही पर पाबंदी बढ़ी
दूसरे देश के राजदूतों द्वारा दिशानिर्देश की अनदेखी के आरोपों को देखते हुए चीन ने राजनयिकों के वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी बढ़ा दी है।
बीजिंग (प्रेट्र)। चीन ने राजनयिकों के वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी बढ़ा दी है। दूसरे देश के राजदूतों द्वारा दिशानिर्देश की अनदेखी के आरोपों को देखते हुए चीन ने यह कदम उठाया है। यातायात नियम को कड़ाई से पालन करने के तहत राजनयिक वाहन प्रबंधन नियम को और कड़ा किया गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग सुआंग ने कहा कि राजनयिक वाहन प्रबंधन के यातायात नियम में कड़ा प्रावधान किया गया है। राजनयिक वाहनों द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कड़ा दंड दिया जाएगा।इसका लक्ष्य राजनयिक वाहनों का बेहतर नियमन करना है। इसमें चालक परमिट का नियम बदला गया है। कम से कम 1000000 युयान (97,80,285 रुपये) का थर्ड पार्टी बीमा कराना भी अनिवार्य होगा।
चीन के सोशल मीडिया में कूटनीतिक प्रतिरक्षा पर जून 2016 में बहस हो चुकी है। उस समय एक महिला पत्रकार ने अमेरिकी दूतावास के वाहन से हुई दुर्घटना और माफी भी नहीं मांगने का उल्लेख किया था।
शिनजियांग में कार होंगे नेविगेशन से लैस
भारत के मोस्ट वांटेड पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर का बचाव करने वाले चीन को भी अब आतंकवाद सता रहा है। अपने आतंकवाद विरोधी पहल के तहत चीन ने शिनजियांग प्रांत में कारों के लिए जीपीएस के समान उपग्रह नेविगेशन प्रणाली लगाना अनिवार्य कर दिया है। स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि सोमवार से शुरू होने वाली बेइडोउ नेविगेशन सेटेलाइट प्रणाली लगाना अनिवार्य होगा। शिनजियांग उइगर स्वायत्तशासी क्षेत्र चीन में अशांत इलाका माना जाता है।
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