आतंकी हमले के अगले ही दिन खुली ब्रिटिश संसद, महारानी ने व्यक्त की संवेदना
प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा कि संसद की कार्यवाही आम दिनों की तरह ही चलती रहेगी।
लंदन, रायटर/प्रेट्र : आतंकी हमले के अगले ही दिन गुरुवार को ब्रिटिश संसद की बैठक हुई। सांसदों ने एक मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा कि संसद की कार्यवाही आम दिनों की तरह ही चलती रहेगी। हमले के 24 घंटे से भी कम समय के भीतर वेस्टमिंस्टर ब्रिज भी यातायात के लिए खोल दिया गया। हमले के बाद सुरक्षा कारणों से बंद किए अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी गतिविधियां सामान्य हो गई है।
महारानी एलिजाबेथ ने पीडि़तों की प्रति संवेदना व्यक्त की है। महारानी को गुरुवार को लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस के नए मुख्यालय का उद्घाटन करना था। यह कार्यक्रम रद कर दिया गया। ब्रिटेन के सिख फेडरेशन और भारतवंशी सांसदों ने हमले की निंदा करते हुए एकजुटता की अपील की है।
स्कॉटलैंड यार्ड के कार्यकारी उपायुक्त और आतंकरोधी इकाई के प्रमुख मार्क राउली ने बताया कि जांच बेहद अहम मोड़ पर है। हमले का मकसद, तैयारियों और सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। बर्मिघम, लंदन सहित देश के अन्य हिस्सों में जांच जारी है। उन्होंने आम लोगों से सतर्क रहने और कोई भी संदिग्ध गतिविधि देखे जाने पर इसकी सूचना पुलिस को देने की अपील की है।
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नहीं थी खुफिया सूचना
टेरीजा में ने बताया कि बुधवार को हुए हमले को लेकर पहले से कोई सूचना नहीं थी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से ब्रिटेन में खतरे की आशंका का स्तर सीवियर (अति गंभीर) है। फिलहाल इसमें बदलाव नहीं किया जाएगा। सबसे ऊंचा स्तर क्रिटिकल होता है। यह तब जारी किया जाता है जब हमले को लेकर पुष्ट खुफिया सूचनाएं होती हैं।
ज्यादा सहयोग पर जोर
भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त डोमिनिक एस्कि्वथ ने इसे ब्रिटेन, भारत और अन्य कई देशों के साझा मूल्यों पर हमला बताया है। उन्होंने आतंकवाद से लड़ने के लिए बड़े स्तर पर ज्यादा सहयोग की जरूरत बताई है। डोमिनिक ने कहा कि भारत के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग बेहद महत्वपूर्ण और उच्च स्तर पर है।
जान की परवाह किए बिना मंत्री ने की पुलिसकर्मी को बचाने की कोशिश
बुधवार को ब्रिटेन की संसद पर हमले के दौरान विदेश राज्य मंत्री टोबियस एलवुड ने अपनी जान की परवाह किए बिना जो साहस दिखाया उसकी हर ओर प्रशंसा हो रही है। हालांकि घायल पुलिसकर्मी की जिंदगी नहीं बचाई जा सकी, लेकिन अपनी कोशिश के कारण एलवुड रियल लाइफ हीरो बनकर उभरे हैं। कंजरवेटिव सांसद एलवुड सेना में भी काम कर चुके हैं।
संसद के पास पहुंचते ही हमलावर ने पुलिस अधिकारी कीथ पाल्मर को चाकू मार दिया। इसके बाद एलवुड तुरंत अपने कार्यालय से बाहर निकले और पाल्मर के पांस पहुंचे। पाल्मर अचेत थे और उनके शरीर से खून बह रहा था। एलवुड ने उनका खून बहने से रोकने की कोशिश की। अपने मुंह से उन्हें सांस देने की कोशिश करते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एलवुड तब तक ऐसा करते रहे जब तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। बाद में पाल्मर की मौत हो गई। एलवुड के भाई की 2002 में बाली में हुए आतंकी हमले में मौत हो गई थी।
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