ब्रिटिश रॉक स्टार का दावा बनेगी आईएस की पहली महिला फिदायीन
ब्रिटेन के केंट की रहने वाली दो बच्चों की मां सैली जोन्स के खुलासे के बाद से ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ी है।
लंदन। ब्रिटेन के केंट की रहने वाली दो बच्चों की मां सैली जोन्स के खुलासे के बाद से ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है। दो साल पहले तक वह ब्रिटेन में ही रहती थी। मगर, बाद में वह अपने 10 साल के बेटे को लेकर सीरिया चली गई और वहां जाकर वह आईएस में शामिल हो गई।
मिसेज टेरर के नाम से मशहूर इस महिला का दावा है कि वह इस्लामिक स्टेट की पहली महिला फिदायीन हमलावर बनेगी। सैली जोन्स पबों और क्लबों में रॉक म्यूजिक परफॉर्मेंस देने वाले 22 साल के जुनैद हसन के संपर्क में आई और उसने इस्लाम कबूल करके अपना नाम बदल कर उम्म हुसैन और सकीना हुसैन रख लिया।
सैली ने 2013 में जुनैद हसन से शादी की, जो 2012 में ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के सहयोगी से खुफिया जानकारी चुराने और एंटी टेररिस्ट हॉट लाइन को ब्लॉक करने के आरोप में जेल काट चुका है। जुनैद बर्मिंघम का रहने वाला था और कम्प्यूटर हैकर था। अमेरिकी ड्रोन हमले में जुनैद की मौत हो चुकी है।
ब्रिटिश इंटेलिजेंस एजेंसियों को खुफिया जानकारी मिली है कि आईएस ने सीरिया पर हो रहे हमले का बदला लेने के लिए मिसेज टेरर को बड़े हमले की जिम्मेदारी सौंपी है। इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक, सीरिया के रक्का में महिलाओं को खास ट्रेनिंग दी जा रही है। पेरिस अटैक के बाद रूस और फ्रांस ने हवाई तेज कर दिए।
एक रॉक बैंड में परफॉर्म कर चुकी 47 साल की सैली ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा है कि वह आईएस की पहली महिला फिदायीन हमलावर बनेगी। माना जा रहा है कि वह सीरिया में है और महिलाओं को फिदायीन हमलों की ट्रेनिंग दे रही है।
सोशल मीडिया पोस्ट में सैली ने लिखा- मैं जानती हूं कि मैं क्या कर रही हूं। जन्नत नसीब हो, इसके लिए कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी। मैं चेचन्या की पहली महिला सुसाइड बॉम्बर हावा बारायेव को श्रद्धांजलि देकर खुद को उड़ा लूंगी। मैं आईएस की पहली महिला सुसाइड बॉम्बर बनूंगी।