अमेरिका शांतिपूर्ण ढंग से उ. कोरिया से निपटने के पक्ष में
इस बात के संकेत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही मिले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के विशेष दूत को दिये।
सियोल, रायटर। उत्तर कोरिया का परमाणु और मिसाइल विकास कार्यक्रम रोकने के लिए अमेरिका ने भले ही हमलावर बेड़ा तैनात करके दबाव बनाया हो लेकिन वह फिलहाल सैन्य कार्रवाई नहीं करने जा रहा। अमेरिका उत्तर कोरिया से जुड़ी समस्या कूटनीतिक तरीके या कड़े आर्थिक प्रतिबंधों से खत्म करना चाहता है।
इस बात के संकेत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही मिले दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के विशेष दूत को दिये। चीन के विदेश मंत्री वांग ई ने कोरिया प्रायद्वीप में शांति और सौहार्द की उम्मीद जताई है। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय के अनुसार अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप से जुड़ी समस्या पर ध्यान केंद्रित किये रहेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे समस्या बिगड़े। वैसे राष्ट्रपति ट्रंप उत्तर कोरिया मामले को बहुत गंभीर मसला बता चुके हैं और उससे निपटने के लिए उन्होंने सभी विकल्प खुले होने की बात कही है।
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दक्षिण कोरिया में मून जेई इन ने पिछले हफ्ते ही राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभाला है। उन्होंने पुराना रवैया छोड़कर उत्तर कोरिया के साथ संबंध सुधारने की प्रक्रिया शुरू करने की इच्छा भी जताई है। इसी के चलते उन्होंने पद संभालते ही होंग सियोक ह्यूं को अपना विशेष दूत बनाकर अमेरिका भेजा। उन्होंने बताया कि बातचीत में राष्ट्रपति ट्रंप ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने की इच्छा जताई। उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से समस्या का समाधान ढूंढ़ने पर जोर दिया।
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समाधान की दिशा में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का इसी सप्ताह होने वाला सियोल दौरा महत्वपूर्ण होगा। दौरे में अमेरिका की ओर से वार्ता प्रक्रिया शुरू करने के लिए कोई प्रस्ताव रखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच मजबूत रणनीतिक समझौता है।