खटाई में अफगानिस्तान-तालिबान शांति वार्ता
अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच दूसरे दौर की शांति वार्ता खटाई में पड़ गई है। अफगान तालिबान ने किसी भी तरह की बातचीत की संभावना को नकार दिया है।
काबुल । अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच दूसरे दौर की शांति वार्ता खटाई में पड़ गई है। अफगान तालिबान ने किसी भी तरह की बातचीत की संभावना को नकार दिया है। संगठन के प्रमुख मुल्ला उमर के मौत की खबर सामने आने के बाद तालिबान के रुख में यह बदलाव आया है। दूसरी ओर, दक्षिणी अफगानिस्तान में संगठन ने हमले तेज करते हुए हेलमंद प्रांत के एक जिले पर कब्जा कर लिया है।
मौत पर खामोश
मुल्ला उमर की मौत को लेकर संगठन की प्रतिक्रिया अब भी सामने नहीं आई है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने गुरुवार को कहा कि दोनों पक्षों के बीच इस हफ्ते चीन या पाकिस्तान में बातचीत होने की खबरें चल रही है। हम इस तरह की कवायद से दूर हैं। दोनों पक्षों के बीच पाकिस्तान के मरी में पहले दौर की वार्ता हुई थी। इस बैठक में रमजान के बाद फिर से बातचीत का फैसला किया गया था। पिछले दिनों पाकिस्तानी अधिकारियों ने शुक्रवार को बातचीत की संभावना जताई थी।
कराची में मरा था
अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा महानिदेशालय के प्रवक्ता हसीब सिद्दीकी ने बताया कि मुल्ला उमर की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में कराची के एक अस्पताल में 2013 में हुई थी। 14 वर्षो से भूमिगत मुल्ला उमर के मरने की खबर बुधवार को सामने आई थी।
मौत की खबर विश्र्वसनीय
व्हाइट हाउस ने मुल्ला उमर की मौत की खबर को 'विश्र्वसनीय' बताया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव एरिक शुल्टज ने पत्रकारों से कहा,'हम मुल्ला उमर की मौत की खबरों से अवगत हैं। हमारा मानना है कि खबरें विश्र्वसनीय हैं।'
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