चीन के प्रभाव को रोकने के लिए US को भारत की आवश्यकता: अमेरिकी थिंक टैंक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से पहले अमेरिकी थिंक टैंक द्वारा जारी एक बयान में चीन के प्रभाव को रोकने के लिए अमेरिका के लिए भारत को आवश्यक बताया है।
वाशिंगटन (जेएनएन)। अमेरिकी थिंक टैंक के अनुसार, चीन के बढ़ते प्रभाव से लड़ने के लिए अमेरिका को भारत के मदद की आवश्यकता होगी। गूगल के थिंक टैंक ‘जिगसॉ’ में अमेरिका के लिए भारत को महत्वपूर्ण बताते हुए अटलांटिक काउंसिल ने ट्रंप प्रशासन से नई दिल्ली के साथ संबंध को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से दो दिन पहले रिलीज हुए ट्रांसफार्मिंग इंडिया फ्रॉम बैलेंसिंग टू लीडिंग पावर नामक पॉलिसी पेपर में शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल ने बताया, ‘चीन की आर्थिक व सैनिक प्रगति को देखते हुए अमेरिका को अपने वैश्विक व क्षेत्रीय प्रभाव को बनाए रखने के लिए काफी संसाधनों की आवश्यकता होगी।‘
पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी व साउथ एशिया सेंटर ऑफ अटलांटिक काउंसिल के डायरेक्टर भारत गोपालास्वामी के संयुक्त तौर पर लिखित पॉलिसी पेपर के अनुसार, ‘इसे पूरा करने के लिए अमेरिका के लिए ‘जिगसॉ’ में भारत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत को यह विश्वास दिलाना होगा कि वह क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम करने के लिए ही नहीं बल्कि अमेरिकी विदेश नीति के लिए भी शीर्ष प्राथमिकता है।‘
प्रस्तावित 7.5 बिलियन की फंडिंग को यदि मंजूरी मिल जाती है तो यह भविष्य में भारत अमेरिकी संबंध का सूत्रधार होगा। उल्लेखनीय है कि अपने कैंपेन के दौरान ट्रंप ने अमेरिका भारत संबंध को मजबूत बनाने पर जोर देते हुए कहा था कि यह उनके प्रशासन की उच्च प्राथमिकता होगी। पॉलिसी दस्तावेज के अनुसार, ‘राष्ट्रपति पद को संभालने के शुरुआती महीनों में ट्रंप ने दर्शारूा कि अमेरिकी विदेश नीति का मुख्य फोकस एशिया रहेगा।‘ उनके प्रशासन ने काफी कम समय में कोरियाई पेनिनसुला व चीन से संबंधित कई मामलों पर विचार किया है।
यह भी पढ़ें: खतरनाक आतंकी संगठन आइएसआइएस के चंगुल में फंसने से अब रोकेगा गूगल