NSG में पाकिस्तान के लिए भारत की राह रोके खड़ा है चीन: रक्षा विशेषज्ञ
एनएसजी में भारत के प्रवेश को लेकर चीन अब भी अपनी जिद पर अड़ा है कि वह भारत को इसका सदस्य नहीं बनने देगा।
नई दिल्ली (एएनआई)। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत के प्रवेश में बाधा बन रहे चीन के बारे में रक्षा विशेषज्ञों ने शनिवार को बताया कि इस मुद्दे पर चीन ने शर्त रखी है कि यदि ग्रुप में भारत को शामिल किया जाता है तो पाकिस्तान को भी शामिल करना होगा।
रक्षा विशेषज्ञा उदय भास्कर ने कहा कि उन्हें चीन के इस कदम पर कोई आश्चर्य नहीं है। उन्होंने कहा, एनएसजी में चीन की स्थिति पर भारत को ताज्जुब नहीं है क्योंकि उसने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपनी समीक्षा नहीं करने जा रहे हैं। रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा ने भी यही दोहराया और कहा कि चीन पाकिस्तान को एनएसजी का सदस्य बनाना चाहता है।
आगा ने एएनआई को बताया, ‘दो कारणों से चीन ऐसा कर रहा है। वे चाहते हैं कि एनएसजी में भारत बड़ी भूमिका निभाए। दूसरा, वे चाहते हैं कि पाकिस्तान भी एनएसजी का सदस्य बने जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय तैयार नहीं है।‘
उन्होंने कहा, भारत के परमाणु हथियर निर्वाचित सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है जबकि पाकिस्तान में यह काम सैन्य संस्थान करती है। भारत ने यह भी घोषण कर दिया था कि जिन देशों के पास परमाणु हथियार नहीं है भारत उनपर इन हथियारों का उपयोग नहीं करेगा।‘ हालांकि आगा ने एनएसजी में भारत के जल्द शामिल होने की संभावना पर विश्वास जताया। क्योंकि सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्य किसी और तरीके से भारत को इसमें शामिल करने का तरीका खोज रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25-26 जून को अमेरिका दौरे पर हैं और संभावना है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद समेत इस मामले पर भी बातचीत करेंगे।
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