अमेरिका-कोरिया में तनावों के बीच नागासाकी परमाणु हमले की 72वीं वर्षगांठ
नागासाकी के मेयर ने कहा, "जब तक सभी राष्ट्र परमाणु हथियारों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक बताते रहेंगे तब तक इसका खतरा कम नहीं होगा।
टोक्यो (एपी)। वाशिंगटन और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ रहे तनावों के बीच ही जापान में परमाणु हमले की वर्षगांठ भी है। नागासाकी के मेयर तोमीहिसा ताये ने बुधवार को कहा कि अमेरिकियों द्वारा किये गए परमाणु हमलों की 72वीं वर्षगांठ पर आज भी शहर को दूसरे परमाणु हमले का डर है। मेयर ने इस दौरान सभी परमाणु देशों से ये इस तरह के हथियारों का त्याग करने का अनुरोध किया साथ ही परमाणु बैन की तरफ वैश्विक प्रयास में जापान सरकार के ना भाग लेने की आलोचना की।
नागासाकी के शांति पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मेयर ताए ने कहा, परमाणु हथियारों की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ रहा है, जिसके कारण दुनियाभर में इस बात की चिंता फैल रही है कि कहीं दूर भविष्य में इस तरह के हमले फिर से ना हो जाए। गौरतलब है कि, 6 अगस्त 1945 को हिरोशिमा में दुनिया का पहला परमाणु हमला किया गया था जिसमें 140,000 लोग मारे गए, वहीं तीन दिन बाद नागासाकी में हुए बमबारी में 70,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
ताए ने कहा, "जब तक सभी राष्ट्र परमाणु हथियारों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक बताते रहेंगे तब तक इसका खतरा कम नहीं होगा। उन्होंने जापान सरकार से अमेरिकी परमाणु राष्ट्रों पर निर्भर रहने की नीति बदलने और जल्द से जल्द परमाणु निषेध संधि में शामिल होने का आग्रह किया।
हमले से पिछले साल 3,551 लोगों के मृत्यु सहित अब तक 175,000 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि हिरोशिमा में 3 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। हमले में बचे लोगों की औसत उम्र 81 वर्ष है। इनमें से बहुत सारे ऐसे हैं जो काफी लंबे समय से इसके रेडियेशन से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
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