अफगानिस्तान में सबसे बड़े बम हमले में मरे गए आइएस के 94 आतंकी
सबसे बड़े बम को एमसी-130 विमान से गिराया गया और पूरी कार्रवाई को एयरफोर्स की स्पेशल ऑपरेशंस कमांड ने अंजाम दिया।
काबुल, एपी/आइएएनएस। अमेरिका के सबसे बड़े गैर परमाणविक बम के हमले में मरने वाले आइएस आतंकियों की संख्या 94 तक पहुंच गई है। बमबारी से बर्बाद हुई भूमिगत सुरंगों के मलबे से शवों की तलाश का काम जारी है।
हमला गुरुवार देर शाम नमाज के वक्त पाकिस्तान की सीमा के नजदीक अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत के अचिन जिले में हुआ था। नांगरहार प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्ला खोगयानी के मुताबिक बम हमले में किसी नागरिक के मारे जाने की खबर नहीं है। मारे गए सभी लोग आतंकी संगठन आइएस के सदस्य थे। हमला पूरी तरह से कामयाब रहा। अमेरिकी सेना ने मालवाही विमान एमसी-130 से 21,600 पाउंड का मैसिव ऑर्डनेंस एयर ब्लास्ट बम (एमओएबी) गिराया था।
मदर ऑफ ऑल बम के नाम से ख्यात हुए इस बम का अमेरिका ने 2003 में परीक्षण किया था। इसके बाद इस तरह के 15 बम बनाए जिनमें से पहला गुरुवार को इस्तेमाल किया गया। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का अनुमान था कि सुरंगों में 600-800 आइएस आतंकी हो सकते हैं। हमले का समय भी देर शाम नमाज का वक्त इसलिए चुना गया क्योंकि उस समय ज्यादातर आतंकी एक स्थान पर मौजूद होते। गुरुवार रात हमले के बाद शुक्रवार को खबर आई कि 36 आतंकी मारे गए हैं लेकिन मृतकों की संख्या अब बढ़ रही है। बड़ी संख्या में आतंकी घायल भी हुए हैं।
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