खुद को महाशक्ति मानने वाले अमेरिका का हर छठा युवा चोर
दुनिया पर दादागीरी करने और खुद को महाशक्ति मानने वाला अमेरिका आज अपनी युवा पीढ़ी की एक आदत के खुलासे से शर्मसार हो रहा है। वर्षों के अध्ययन के बाद तैयार इस रिपोर्ट में बताया गया है कि हर छठवां युवा अमेरिकी चोर है।
By Gunateet OjhaEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2015 03:58 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2015 04:26 PM (IST)
वॉशिंगटन। दुनिया पर दादागीरी करने और खुद को महाशक्ति मानने वाला अमेरिका आज अपनी युवा पीढ़ी की एक आदत के खुलासे से शर्मसार हो रहा है। वर्षों के अध्ययन के बाद तैयार इस रिपोर्ट में बताया गया है कि हर छठवां युवा अमेरिकी चोर है। इन लोगों ने बीते एक साल में कुछ न कुछ जरूर चुराया है।
जनरल ऑफ इकनॉमिक बिहेवियर एंड ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, युवाओं में चोरी की यह आदत एक सीमित समय के लिए होती है, क्योंकि संभवतः उसके बाद चोरी का जोखिम उस चीज की कीमत से बड़ा हो जाता है।
आम बात है चोरी
- ट्रांसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्री जॉफरी विलियम्स ने यह रिपोर्ट तैयार की है। इसके लिए उन्होंने ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के आंकड़ों का सहारा लिया।
- 1996 में 12-16 आयु वर्ग के 8000 किशोरों से बात की गई थी। तब से लेकर अब तक हर साल उनसे पूछा गया कि क्या आपने कोई चोरी की?
- विलियम्स ने पाया कि अमेरिकी युवाओं में चोरी आम बात है। 16 फीसदी युवाओं ने माना कि उन्होंने बीते एक साल में चोरी की है।
- पांच में एक शख्स ने दूसरों की चीजें हड़पना कबूला है। हर दसवीं महिला में यह आदत है।
- हालांकि 5% ही ऐसे हैं, जिनमें चोरी की लत सालभर बाद भी जारी रही।
- अधिकांश युवा सस्ती चीजें चुराते हैं। विलियम्स के मुताबिक, इस चीजों की औसत कीमत 37 डॉलर (2400 रुपए) होती है। ये आमतौर पर रुपए नहीं चुराते।
- चोरी की अपनी इस आदत के बारे में लोगों ने खुद बताया है। इसलिए वास्तविक संख्या ज्यादा हो सकती है।
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