योगी बोले, लोग संतों को भीख नहीं देते, मुझे यूपी सौंप दिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आजकल लोग साधु संतों को भीख तक नहीं देते हैं लेकिन पीएम मोदी ने मुझे उत्तर प्रदेश सौंप दिया।
लखनऊ (जेएनएन)। लखनऊ में योग महोत्सव को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आजकल लोग साधु संतों को भीख तक नहीं देते हैं लेकिन पीएम मोदी ने मुझे उत्तर प्रदेश सौंप दिया। उन्होंने कहा कि मैं यूपी की बीमारियों का ईलाज करूंगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस वक्त मुझे सीएम बनने के लिए कहा गया था, उस समय मेरे पास सिर्फ एक जोड़ी ही कपड़े थे। अमित शाह ने अचानक सीएम बनने के लिए कह दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम यूपी में बड़े निर्णय लेने से हिचकेंगे नहीं। वहीं, नोटबंदी पर बोलते हुए कहा कि ये ईमानदार नेतृत्व की वजह से हुई है। उन्होंने पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 से पहले योग को सांप्रदायिक माना जाता था। सूर्य नमस्कार नमाज से मिलता जुलता है। यूपी सीएम ने आगे कहा कि मैंने पूरे प्रदेश की यात्रा की है और मुझे यहां की सभी बीमारियों के बारे में मालूम है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ''जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर है। भारत जब तक जननी और जन्मभूमि से जुड़ा रहेगा, विश्वगुरु के रूप में देखा जाएगा। हम 70 साल में ऐसा नहीं कर पाए कि भारत को ऐसा विश्वविद्यालय दें जिनका स्थान दुनिया के टॉप 100 विश्वविद्यालय में हो।'' ''किसी भी क्षेत्र में हम आगे नहीं आए, क्योंकि सकरात्मक सोच ही नहीं रही। हम आगे बढ़ना नहीं चाहते थे। हमारे सामने आने वाली चुनौतियां बहुत हैं। जीवन में सकारात्मक सोच मोदी जी से सीखी है। सकारात्मक सोच से ही देश आगे बढ़ा है।'' ''भारत को अराजकता से उबारने काम 2014 से शुरू हुआ। लोकतंत्र में भी नोटबंदी जैसी कार्रवाई हो सकती है। सकारात्मकता का परिणाम भारत की अर्थव्यवस्था में भी देखने को मिला है।''
योगी ने आगे कहा, ''सूर्य नमस्कार, प्राणायाम की क्रियाएं कहीं न कहीं नमाज पढ़ने की मुद्रा से मिलती-जुलती हैं। 2014 से पहले योग को सांप्रदायिक माना जाता था। जिनको भोग में विश्वास है, वो योग में कैसे विश्वास कर सकते हैं।'' ''आत्म अनुशासन की सबसे बड़ी चीज योग है। योग करने से मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूती मिलती है। योग करने से व्यक्ति बुढ़ापे तक स्वस्थ रहता है। हर जाति, धर्म का व्यक्ति योगिक क्रियाओं को कर सकता है।'' ''योग के अभियान से बहुत बड़ी क्रांति आ सकती है। चेतन मन को जागृत करने का काम योग करता है। योग से कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। बाबा रामदेव ने योग को घर-घर पहुंचाने का काम किया है। पीएम ने योग को पहचान दिलाने का काम किया है। अब हम सबको तय करना होगा कि सांप्रदायिक कौन है।'' योगी ने कहा, ''भारत ने बल के आधार पर किसी को प्रभावित नहीं किया है। जननी जन्मभूमि का हमारा संबंध बना रहेगा। ये देश आतंकवाद और नक्सलवाद का शिकार हुआ है। कई तरह की अराजकता भारत में फैली हुई है। सत्ता के लिए पार्टियों ने यहां राज किया है।''