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UP ATS ने गिरफ्तार किये चार संदिग्ध आतंकी , छह हिरासत में

उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्कवॉड (एटीएस) ने बिजनौर की एक मस्जिद के मुफ्ती व कारी को हिरासत में लिया है। लखनऊ में एनकाउंटर के बाद एटीएस लंबे समय से इनकी पड़ताल कर रही है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 20 Apr 2017 10:54 AM (IST)Updated: Fri, 21 Apr 2017 10:47 AM (IST)
UP ATS ने गिरफ्तार किये चार संदिग्ध आतंकी , छह हिरासत में
UP ATS ने गिरफ्तार किये चार संदिग्ध आतंकी , छह हिरासत में

लखनऊ (जेएऩएऩ)। विदेशी इशारे पर देश में तबाही की साजिश कर रहे कथित आतंकी समूह के चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक मुंबई, दूसरा जालंधर, तीसरा बिजनौर और चौथा बिहार के नरकटिया से पकड़ा गया। यह कार्रवाई यूपी एटीएस समेत पांच राज्यों की पुलिस की नौ टीमों ने अंजाम दी। इसके अतिरिक्त बिजनौर व शामली से छह संदिग्ध युवक हिरासत में लिए गए हैं जिनसे नोएडा में पूछताछ चल रही है। इन्हें लखनऊ की अदालत में पेश किया जाएगा।

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सुरक्षा एजेंसियां लंबे समय से आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर नजर रखे हुई थीं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को विदेशी इशारे पर युवकों के एकसमूह द्वारा देश में अशांति फैलाने की साजिश की भनक लगी। यह भी पता चला कि ये लोग असलहे व विस्फोटक सामग्री जुटा रहे हैैं। समूह के सदस्य देश के विभिन्न हिस्सों में रहकर इंटरनेट के जरिये एक दूसरे जुड़े हैैं। इसके बाद दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश की आतंकवाद निरोधक इकाई (एटीएस) ने बुधवार की रात एक साथ पांच राज्यों में छापा मारकर चार संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। ऑपरेशन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध आतंकियों के पास से ढेरों दस्तावेज मिले हैं, जिसकी कड़ी खुरासान मॉड्यूल से जुड़ती है। ये देश में बड़े आतंकी हमले करने की साजिश कर रहे थे।

पांच राज्यों में नेटवर्क
यह समूह यूपी, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार और आंध्र प्रदेश में नेटवर्क खड़ा कर रहा था। बिहार का जकवान उर्फ अहतेशाम समूह को लिए धन जुटाने का कार्य करता था जबकि उमर गिरोह का मुखिया है। 18 से 25 के इन युवकों ने कई लोगों को गुमराह कर अपने समूह का सदस्य बना लिया है। ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है।

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गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी
1-उमर उर्फ नाजिम निवासी बिजनौर, मौजूदा समय में मुंबई रहकर गिरोह संगठित करने का कार्य कर रहा था। इसे मुंबई से गिरफ्तार किया गया है।
2-गाजी बाबा उर्फ मुजम्मिल उर्फ जीशान निवासी उन्नाव हाल निवासी जालंधर, पंजाब। यह जालंधर में रहकर संगठन के लिए नए सदस्य तैयार करने और लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का कार्य करता था। इसे जालंधर से गिरफ्तार किया गया।
3-मुफ्ती उर्फ फैजान निवासी बिजनौर, यह लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने के साथ संगठन के लिए असलहों का इंतजाम करता था। बिजनौर से हुई गिरफ्तारी।
4-जकवान उर्फ अहतेशाम उर्फ एसके उर्फ मिंटू निवासी नरकटिया, बिहार यह समूह के लिए धन की व्यवस्था करता था, इसका बिहार में कारोबार है। इसे नरकटिया से गिरफ्तार किया गया है।

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छह संदिग्ध हिरासत में
सुरक्षा एजेंसियों ने बिजनौर जिले से पांच और शामली एक कुल छह संदिग्ध युवकों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे नोएडा के एसटीएफ व एटीएस कार्यालयों में पूछताछ की जा रही है। एटीएस के आइजी असीम अरुण समेत अधिकारियों का दल नोएडा में डेरा जमाए हुए है। एडीजी (कानून व्यवस्था) दलजीत चौधरी का कहना है कि अभी पूछताछ चल रही है। साक्ष्य मिलने पर ही उनके नाम बताएं जाएंगे।

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काउंसिलिंग संभव
उच्च स्तरीय सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों को संदिग्ध मानकर हिरासत में लिया गया है, अगर उनके विरुद्ध ठोस सुराग नहीं मिले तो सुरक्षा एजेंसियों के मनोवैज्ञानिकों के जरिये युवकों की काउंसिलिंग कराए जाने पर भी विचार चल रहा है। संभव है कि इनमें से कुछ गुमराह हो गये हों।

अब यह कार्रवाई
-गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जाएगा।
-लखनऊ की अदालत से पुलिस कस्टडी (अभिरक्षा) रिमांड पर मांगा जाएगा।
-छह संदिग्ध युवकों से नोएडा में चल रही है पूछताछ, प्रकाश में आने वाले तथ्यों पर कार्रवाई करेंगी सुरक्षा एजेंसियां।

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लखनऊ में हुई एफआइआर
कथित आतंकियों के विरुद्ध लखनऊ के आतंकवाद निरोधक थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। उनके विरुद्ध आइपीसी की धारा-120 बी (साजिश करना), 121 ए (साजिश को स्वीकार करना), 122 (सरकार के विरुद्ध युद्ध छेडऩे की मंशा से असलहे एकत्रित करना ), 123 ( युद्ध की परिकल्पना के लिए एकजुट होना) व 18 विधि विरुद्ध गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज की गई है।
 


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