Move to Jagran APP

बैटरी भुलाए याददाश्त फुलाए सांस

सुबह की सैर के दौरान साथियों ने सूचना दी कि पड़ोसी शर्मा जी की तबीयत खराब है। सैर पूरी होने के बाद हाल-चाल जानने उनके घर गया।

By Mrityunjay Kumar Edited By: Published: Sun, 21 Dec 2014 09:32 AM (IST)Updated: Sun, 21 Dec 2014 09:37 AM (IST)
बैटरी भुलाए याददाश्त फुलाए सांस

भागलपुर ( संजय सिंह)। सुबह की सैर के दौरान साथियों ने सूचना दी कि पड़ोसी शर्मा जी की तबीयत खराब है। सैर पूरी होने के बाद हाल-चाल जानने उनके घर गया। बातचीत के दौरान जानकारी मिली कि शर्मा जी बिजली समस्या से तंग आकर ट्यूबलर बैटरी और इनवर्टर ले आए। उन्होंने उसे अपने घर में लगा लिया। मगर जब वे बीमार पड़े तो डॉक्टर ने बताया कि यही बैटरी उनकी बीमारी की वजह है।

loksabha election banner

भागलपुर में प्रति माह लगभग पांच से सात करोड़ रुपये की बैटरी का कारोबार होता है। अधिक टिकाऊ होने के कारण लोग ट्यूबलर बैटरी को ही खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन, ऐसे लोगों को यह नहीं बताया जाता कि ट्यूबलर बैटरी को कमरे के अंदर रखना स्वास्थ्य के लिए घातक है। इस बैटरी के चार्ज होने के दौरान हाइड्रोजन गैस निकलती है। इसमें लेड होती है। इसका दुष्प्रभाव बच्चों सहित बड़ों पर भी पड़ता है। इसमें लगे लेड यौगिक काफी जहरिले होते हैं। यह बच्चों के दिमाग, गुर्दे आदि को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सांस की बीमारी भी हो सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.