नए नियमों से होगी सेना भर्ती, रैलियां होंगी खत्म
सेना भर्ती शब्द जेहन में आते ही अभ्यर्थियों के हुजूम और अफरातफरी का परिदृश्य उभरता है। अब सेना भर्ती का यह नजारा गुजरे दिनों का हिस्सा होगा। भारतीय सेना ने सेना भर्ती मेला खत्म करने का फैसला लिया है। भारतीय सेना सिर्फ भर्ती कराएगी।
बरेली (साजिद रजा खां) । सेना भर्ती शब्द जेहन में आते ही अभ्यर्थियों के हुजूम और अफरातफरी का परिदृश्य उभरता है। अब सेना भर्ती का यह नजारा गुजरे दिनों का हिस्सा होगा। भारतीय सेना ने सेना भर्ती मेला खत्म करने का फैसला लिया है। भारतीय सेना सिर्फ भर्ती कराएगी। इसके लिए सेना भर्ती मुख्यालय ने आगे से 'सेना भर्ती मेला' लिखने के बजाय मात्र 'सेना भर्ती' लिखने के निर्देश दिए हैं। सेना भर्ती बोर्ड भर्ती से पहले आने वाले ऑनलाइन आवेदन की पूरी जांच-पड़ताल करेगा। भर्ती की पात्रता पूरी करने वाले अभ्यर्थियों को ही ऑनलाइन एडमिट कार्ड (प्रवेश पत्र) भेजे जाएंगे। हर दिन की भर्ती में जुटने वाले अभ्यर्थियों की संख्या पहले से तय होगी। इससे भर्ती मैदान के बाहर लगने वाली युवाओं की भीड़ खत्म हो जाएगी। भर्ती मैदान के गेट पर प्रवेश पत्र दिखाते ही युवाओं के मूल प्रमाण पत्र ऑनलाइन आवेदन में लगे प्रमाण पत्रों से मिलान किए जाएंगे। प्रमाण पत्र सहीं होने पर भर्ती बोर्ड सीधे दौड़ को भेज देगा। दौड़ में पास अभ्यर्थियों का हाइट-वेट मशीन से लंबाई-वजन करने के बाद नाप-जोख होगी। शारीरिक दक्षता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को तुरंत चिकित्सकीय परीक्षा के लिए भेजा जाएगा। इससे सेना भर्ती मात्र दो से तीन घंटे में खत्म होगी। भर्ती में निर्धारित अभ्यर्थियों के आने से भर्ती बोर्ड को भी राहत महसूस होगी।
नहीं बंटेंगे टोकन
सेना भर्ती में आने वाले अभ्यर्थियों को पहले टोकन नंबर दिए जाते थे। टोकन लेने को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी जुटते थे। इसमें काफी वक्त लगता था। इन टोकन के हिसाब से ही अभ्यर्थियों की दौड़ कराई जाती थी। मगर अब प्रवेश पत्रों पर कोड दर्ज रहेगा। प्रवेश पत्र सहीं होने पर सीधे दौड़ के लिए मैदान पर भेजा जाएगा।
अब सुकून से दौड़
सेना की शारीरिक दक्षता परीक्षा में दौड़ काफी महत्वपूर्ण होती है, लेकिन भर्ती में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण 300 से 500 अभ्यर्थी एक साथ दौड़ते थे। इससे अफरा-तफरी रहती थी। हर दौड़ में काफी अभ्यर्थी गिरकर घायल भी होते थे। अब 200 से 250 अभ्यर्थी दौड़ेंगे। इससे अभ्यर्थियों को काफी सुकून मिलेगा।
लंबी प्रक्रिया से राहत
सेना की शारीरिक दक्षता परीक्षा में हर दिन आने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 15 दिन पहले ही मालूम रहेगी। ऑनलाइन आवेदन के कारण लंबी भर्ती प्रक्रिया से भी राहत मिलेगी।
कर्नल राजीव दीक्षित
निदेशक, सेना भर्ती बोर्ड बरेली