नकल रोकने में होगा तकनीक का इस्तेमाल, नकेल कसेगा मोबाइल जैमर
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 25 जुलाई को होने जा रही ऑल इंडिया प्री-मेडिकल व डेंटल प्रवेश परीक्षा (एआइपीएमटी) की तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए उच्च तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। बोर्ड इस बार परीक्षा केंद्रों पर
नई दिल्ली । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 25 जुलाई को होने जा रही ऑल इंडिया प्री-मेडिकल व डेंटल प्रवेश परीक्षा (एआइपीएमटी) की तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए उच्च तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। बोर्ड इस बार परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल जैमर का इंतजाम करने की तैयारी में है।
मोबाइल जैमर तकनीक के उपयोग से यदि कोई आवेदक परीक्षा केंद्र तक मोबाइल ले जाने में कामयाब भी हो जाता है तो वह उसका इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। बोर्ड के एक अधिकारी के मुताबिक इस बार खास कदम उठाए जा रहे हैं जिनकी वजह से परीक्षा केंद्रों को फुलप्रूफ बनाया जाएगा, जिससे कि नकल की गुंजाइश को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।
संवेदनशील व अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की पहचान के बाद सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय से पैरामिलिट्री फोर्स की मांग की गई है। परीक्षा के लिए 6 लाख 32 हजार 649 उम्मीदवार पंजीकृत हैं।
बता दें कि गत 3 मई को हुई परीक्षा में देशभर में 1060 केंद्र बनाए गए थे। दिल्ली में केंद्रों की संख्या 79 थी। इस बार भी करीब एक हजार केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन होगा। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन, पेन, घड़ी आदि ले जाने की इजाजत नहीं होगी।
ओएमआर शीट भरने के लिए परीक्षार्थियों को पेन परीक्षा केंद्र पर ही उपलब्ध कराया जाएगा। परीक्षार्थियों को आभूषण आदि पहनकर परीक्षा देने से रोका जाएगा। मोबाइल डिवाइस व ब्लूटूथ की जांच के लिए टॉर्चलाइट से परीक्षार्थियों की कानों की जांच की जाएगी। सभी परीक्षा केंद्रों पर उम्मीदवार की पहचान के लिए वीडियोग्रॉफी भी कराई जाएगी।
नए प्रवेश पत्र होंगे जारी
एआइपीएमटी की परीक्षा के लिए नए प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार इन प्रवेश पत्रों में फोटो का स्थान बदला जा रहा है। प्रवेश पत्र में परीक्षार्थियों को पेन, मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के स्पष्ट तौर पर प्रतिबंधित किए जाने की सूचना होगी।