एसटीएफ ने शुरू की एमबीबीएस में दाखिले की जांच
लखनऊ। एमबीबीएस में लाखों रुपये लेकर प्रवेश देने की जांच एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने शुरू कर
लखनऊ। एमबीबीएस में लाखों रुपये लेकर प्रवेश देने की जांच एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने शुरू कर दी है। नोएडा और लखनऊ में दर्ज एफआइआर में पुलिस के हाथ खाली हैं लेकिन उम्मीद है कि एसटीएफ जल्द ही गड़बड़झाले में शामिल लोगों तक पहुंच जाएगी।
लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के दो प्रोफेसरों पर प्रवेश दिलाने के नाम पर लाखों रुपये वसूलने के आरोप हैं। इस मामले में 13 अक्टूबर को पहली रिपोर्ट नोएडा में दर्ज हुई थी। इसके बाद इंदिरानगर निवासी पंकज सक्सेना ने चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले में कार्रवाई करते हुए केजीएमयू ने भी जांच के आदेश दिए थे। कुलपति प्रो. रविकांत ने 15 अक्टूबर को चीफ प्राक्टर (मुख्य कुलानुशासक) डा. एसएन कुरील को जांच सौंपी थी। डा. कुरील की रिपोर्ट पर 17 अक्टूबर को फार्माकोलाजी विभाग के डा. डीके कटियार व माइक्रो बायोलाजी विभाग के डा.केपी सिंह को निलंबित किया जा चुका है। चौक पुलिस इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कर पाई है। सीओ सर्वेश मिश्रा का कहना है कि जल्द आरोपियों को बुलाकर उनके बयान लिए जाएंगे।
उधर कुलपति प्रो. रविकांत के अनुसार यह अपराधिक मामला है इसकी आगे की जांच पुलिस करेगी। चीफ प्राक्टर डा. कुरील ने कहा कि केजीएमयू द्वारा इस संबंध में जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि कुलपति द्वारा एसटीएफ को जांच के लिए पत्र भी लिखा गया है। हालांकि महानिरीक्षक एसटीएफ सुजीत पांडेय ने बताया कि केजीएमयू से इस जांच के लिए कोई पत्र नहीं मिला है, लेकिन एसटीएफ ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है।