गोरखपुर में एसएसबी जवान ने गोली मारकर की आत्महत्या
गोरखपुर के चिलुआताल क्षेत्र में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के सेक्टर मुख्यालय में स्थित कंपोजिट अस्पताल में मंगलवार रात ड्यूटी कर रहे जवान विप्लव कुमार हलधर (34) ने इंसास राइफल से गोली मारकर खुदकशी कर ली। अधिकारी वजह बता पाने में असमर्थता जता रहे हैं।
लखनऊ। गोरखपुर के चिलुआताल क्षेत्र में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के सेक्टर मुख्यालय में स्थित कंपोजिट अस्पताल में मंगलवार रात ड्यूटी कर रहे जवान विप्लव कुमार हलधर (34) ने इंसास राइफल से गोली मारकर खुदकशी कर ली। अधिकारी वजह बता पाने में असमर्थता जता रहे हैं।
विप्लव की आज रात में दो बजे से सुबह चार बजे तक अस्पताल सुरक्षा की ड्यूटी थी। अस्पताल कर्मचारियों के अनुसार करीब सवा तीन बजे बरामदे में गोली चलने की आवाज सुनकर वे निकले तो एसएसबी जवान बेंच के नीचे फर्श पर तड़पता दिखा। उसकी बाईं कनपटी से खून निकल रहा था। घटना की जानकारी होने पर एसएसबी के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे। बाद में उन्होंने ही इसकी सूचना पुलिस को दी।
दार्जिलिंग, प. बंगाल के बालडोगरा क्षेत्र के चिमिन नगर निवासी गणेश चंद हलधर का पुत्र विप्लव लखनऊ फ्रंटियर की चौथी बटालियन में ए कंपनी में कार्यरत था। 28 फरवरी 2006 को वह एसएसबी में भर्ती हुआ था। नौ जनवरी, 2015 से उसकी कंपनी गोरखपुर सेक्टर मुख्यालय में तैनात थी। उसके परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी और एक बेटा हैं। एसएसबी जवान की कनपटी में तीन गोली लगी थी। एसएसबी अधिकारियों के मुताबिक जवान ने खुद को गोली मारने से पहले राइफल को सेमी बस्ट मोड़ में सेट कर दिया था, जिसमें एक साथ तीन गोली निकलती है।
मिलनसार था विप्लव : जवान के खुदकुशी करने की वजह न तो अधिकारी समझ पा रहे हैं और न ही उसके साथी जवान। उसके साथ ही एसएसबी ज्वाइन करने और प्रशिक्षण में भी साथ रहने वाले एम सुंदर राज, अमित तवांग और अमित कुमार के अनुसार वह काफी हंसमुख और मिलनसार था। किसी तरह का अवसाद भी उसे नहीं था। अस्पताल कर्मचारियों के अनुसार ड्यूटी पर आने के बाद काफी देर तक वह उनसे बातचीत करता रहा। इस दौरान कभी नहीं लगा कि वह किसी परेशानी में था। गोरखपुर में तैनात होने के बाद चार माह के अंदर दो बार अवकाश पर जा चुका था। पिछली बार बीस दिन की छुट्टी में घर रहने के बाद 17 मई को ही ड्यूटी पर वापस आया था।