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गया में IIM का सपना साकार, स्‍मृति ने किया अध्‍यापन सत्र का उद्घाटन

बिहार के गया में नवस्‍थापित आइआइएम में आज से पढाई आरंभ हो गई। केन्द्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने आज इसके अध्‍यापन सत्र का शुभारंभ कर विधिवत उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री ने इसके बाद दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय में सात भवनों का शिलान्‍यास किया।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2015 11:51 AM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2015 09:22 PM (IST)
गया में IIM का सपना साकार, स्‍मृति ने किया अध्‍यापन सत्र का उद्घाटन

गया। बिहार के गया में नवस्थापित आइआइएम में आज से पढाई आरंभ हो गई। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन इरानी ने इसके अध्यापन सत्र का विधिवत उद्घाटन किया। फिलहाल इसका संचालन मगध विवि के दूर शिक्षा निदेशालय से होगा। केंद्रीय मंत्री ने इसके बाद दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय में सात भवनों का शिलान्यास किया।

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इस अवसर पर स्मृति इरानी ने कहा कि प्रदेश की सरकार से समन्वय स्थापित कर शिक्षा की नींव को केन्द्र सरकार मजबूत करेगी, ताकि शिक्षा के स्तर में सार्थक बदलाव लाया जा सके।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि नौ राज्यों के 30 छात्र यहां इतिहास रचेंगे। उन्होंने कहा कि बोधगया धार्मिक पर्यटन स्थल है। यहां के लिए ऐसी कार्य योजना बनानी चाहिए, जिसके माध्यम से इसे और बढ़ावा मिले और लोगों को रोजगार मिल सके।

इरानी ने कहा कि आइआइएम एक गांव को गोद ले और अपने छात्रों को सर्वे व शोध कार्य में लगाए। उनके द्वारा किए गए सर्वे व शोध कार्यों पर शैक्षणिक अंक प्रदान किए जाएं। उन्होंने कहा कि मोतिहारी में महात्मा गांधी के नाम पर केन्द्रीय विवि की स्थापना की जाएगी। विक्रमशीला विश्वविद्यालय का भी विकास किया जाएगा।

इस अवसर पर सूबे के शिक्षा मंत्री पीके शाही के केन्द्रीय विवि में मेडिकल कालेज की स्थापना व कालेजों को नैक की बाध्यता को समाप्त करने की मांग की, जिसे केन्द्रीय मंत्री ने सिरे नकार दिया। इरानी ने कहा कि मेडिकल कालेज की स्थापना उनके विभाग का मामला नहीं है और शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए नैक जरूरी है।

दक्षिण बिहार केन्द्रीय विवि में भवनों का शिलान्यास

आइआइएम में शैक्षणिक सत्र के उद्घाटन के बाद स्मृति इरानी ने गया के पंचानपुर में दक्षिण बिहार केन्द्रीय विवि में भवनों का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह कैंपस वाई-फाई से युक्त होगा। यहां छात्रों को अत्याधुनिक शिक्षण व्यवस्था उपलब्ध करायी जाएगी।

उन्होंने कहा, शोध कार्यों में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए जनवरी 2016 से 'ई-शोध सिंधु' शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विवि प्रबंधन चाहे तो आासपास के पांच गांवों के निरक्षर लोगों को साक्षर करने का काम करे। गरीब बच्चों को उच्च तकनीक की पढ़ाई के लिए एक हजार आन लाइन सेंटर खोले जाएंगे।

शिलान्यास कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री को निदेशक प्रो. शैवाल चट्टोपाध्याय, कुलपति प्रो. एम. इश्तेयाक, कुलपति प्रो. हरीश चन्द्र सिंह राठौर ने पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर सांसद हरि मांझी, सुशील कुमार सिंह, विधायक डा. अनिल कुमार, डा.श्यामदेव पासवान, सुरेन्द्र कुमार सिन्हा, विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह, डा. संजीव श्याम सिंह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।


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