तीन विधायकों ने ही दिया संपत्ति का ब्यौरा
लखनऊ (जागरण ब्यूरो)। सूबे के 404 सदस्यों वाली विधानसभा में महज तीन विधायकों ने ही अपनी संप
लखनऊ (जागरण ब्यूरो)। सूबे के 404 सदस्यों वाली विधानसभा में महज तीन विधायकों ने ही अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है। पारदर्शिता दावा करने वाली सरकार के मंत्रियों ने संपत्ति घोषित करने की जरूरत महसूस नहीं की। गत दो जुलाई को जारी सरकारी गजट में ऐसे मंत्रियों व विधायकों के नाम प्रकाशित किए है। संपत्ति घोषित करने वाले विधायकों में भाजपा के डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी, कांग्रेस की प्रो.रीता बहुगुणा जोशी व सपा के मनबोध प्रसाद शामिल है।
संपत्ति की जानकारी नहीं देने वालों में कद्दावर मोहम्मद आजम खां, शिवपाल यादव व अवधेश प्रसाद समेत 21 कैबिनेट मंत्रियों के अलावा पांच स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री व सभी राज्य मंत्रियों के नाम दिए है। संपत्ति विवरण देने वालों में सपा के एकमात्र विधायक मनबोध प्रसाद ही है। सलेमपुर देवरिया क्षेत्र से विधायक मनबोध प्रसाद के अलावा अन्य किसी ने यह जानकारी उपलब्ध नहीं करायी।
ऐसा नहीं कि केवल समाजवादी पार्टी के विधायकों ने ही अपनी संपत्तियों के बारे में जानकारी देने में कोताही बरती हो लेकिन बहुजन समाज पार्टी के 80 विधायकों में से किसी ने यह जानकारी देने की जरूरत नहीं समझी। रालोद, अपना दल व पीस पार्टी के विधायकों के साथ नामित सदस्य पीटर फैन्थम ने भी संपत्ति विवरण नहीं दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मंत्री एवं विधायक अधिनियम-1975 की धारा 4 के तहत संपत्तियों का ब्यौरा देने का प्रावधान है। संपत्ति का ब्यौरा देने को लेकर भाजपा विधायकों ने भी कोई दिलचस्पी नहीं ली। प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी को छोड़कर अन्य विधायक भी अपना दायित्व पूरा करना ही भूल गए। मेरठ शहर से विधायक वाजपेयी ने भी अपने सहयोगियों को दायित्व बोध नहीं कराया। भाजपा के 47 विधायक निर्वाचित हुए थे। इसमें से 11 लोकसभा चुनाव में सांसद निर्वाचित हो चुके है। कांग्रेस में विधायकों में से केवल पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा.रीता बहुगुणा जोशी ने अपनी संपत्ति को घोषित किया। जोशी लखनऊ केंट क्षेत्र से विधायक है।