'वेज-ओनली' सोसाइटी बताकर बिल्डर ने मराठी परिवार को नहीं बेचा फ्लैट
उपनगरीय क्षेत्र गोरेगांव में बन रही सोसाइटी में फ्लैट बुक कराने गए एक मारठी परिवार को बिल्डर ने फ्लैट बेचने से इंकार कर दिया। आरोप है कि बिल्डर ने सोसाइटी को 'ओनली-वेज' बताकर फ्लैट बुकिंग नहीं की।
मुंबई। उपनगरीय क्षेत्र गोरेगांव में बन रही सोसाइटी में फ्लैट बुक कराने गए एक मारठी परिवार को बिल्डर ने फ्लैट बेचने से इंकार कर दिया। आरोप है कि बिल्डर ने सोसाइटी को 'ओनली-वेज' बताकर फ्लैट बुकिंग नहीं की।
इस घटना के बाद शुक्रवार को बिल्डर के ऑफिस पर गुस्साए लोगों ने हंगामा कर दिया।
मामला मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र गोरेगांव का है। यहां मुंबई निवासी वैभव रहाटे अपने परिवार के साथ फ्लैट बुक करने श्रीनाथ जी बिल्डर के ऑफिस गए तो उन्हें मराठी भाषी होने का हवाला देते हुए बिल्डर ने फ्लैट देने से मना कर दिया।
घटना से स्तब्ध वैभव जब शिकायत लिखवाने मलाड पुलिस स्टेशन पहुंचे तो उन्हें पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया। जब इस घटना की जानकारी मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम को लगी तो वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। निरुपम ने मीडिया को बताया कि बिल्डर केवल जैन, मारवाड़ी और गुजराती परिवारों को फ्लैट देता है। इस तरह की घटनाएं किसी धर्म विशेष की बढ़ावा देती है। इस तरह की बातें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
इससे पहले गुजरात की मिस्बाह कादरी ने आरोप भी आरोप लगाया था कि उन्हें मुंबई की एक हाउसिंग सोसाइटी ने फ्लैट से मुस्लिम होने के चलते निकाल दिया। कादरी ने बुधवार को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से इसकी शिकायत की थी। पिछले सप्ताह गुजरात के ही एक एमबीए ग्रैजुएट ने हीरा कंपनी पर मुस्लिम होने के चलते नौकरी नहीं देने का आरोप लगाया था। अल्पसंख्यक आयोग इस आरोप की जांच कर रहा है।