भारत के नए रुख से कई भयभीत: रक्षा मंत्री
केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि भारत के नए रुख से कई लोग भयभीत हो गए और प्रतिक्रिया देने लगे जबकि, इसकी जरूरत नहीं थी।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि भारत के नए रुख से कई लोग भयभीत हो गए और प्रतिक्रिया देने लगे जबकि, इसकी जरूरत नहीं थी। वे सिर्फ इतना बताना चाह रहे थे कि अब मानसिक सोच बदल रही है। पर्रीकर आज जयपुर में फेन्स की ओर से सीमा सुरक्षा चुनौतियां एवं समाधान पर आयोजित राष्टï्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश में सेना और जनता के बीच संघर्ष वाले मुद्दों को हल किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि पहले सेना का कमांडर किसी कलेक्टर को पत्र लिख देता था कि उसको महत्वपूर्ण माना जाता था, लेकिन आज बहुत से लोग इसको तवज्जो नहीं देते। इसकी वजह यह है कि हमने पिछले चालीस साल से कोई युद्ध नहीं लड़ा। मैंने कई मुख्यमंत्रियों को भी लिखा है कि वे सेना के मामलों को गंभीरता से लें और सुलझाने में पूरी मदद करें। पर्रीकर ने कहा कि जो राष्ट्र अपनी सीमाओं की हिफाजत नहीं कर सकता वह राष्ट्र तरक्की भी नहीं कर सकता है।
उन्होंने आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार देश की सीमाओं की सुरक्षा और वहां तैनात सैनिकों की पूरी हिफाजत करेगी। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के बारे में जीरो टालरेन्स होना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा करना बड़ा कठिन काम है। हमारे सैनिक विषम परिस्थितियों में सीमाओं पर काम करते हैं। उन्होंने सीमा पार के खतरों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बाहरी एवं आन्तरिक असुरक्षा दोनों ही समस्या वाली हो सकती है। हमें इन सब खतरों से सावधान रहते हुए देश को विकास के पथ पर आगे ले जाना है।
राज्यवद्र्धन सिंह का मुशर्रफ पर प्रहार
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवद्र्धन सिंह राठौड़ ने पाक के पूर्व राष्टï्रपति, पाकिस्तान और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। राठौड़ ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व राष्टï्रपति परवेज मुशर्रफ, जो अपने देश में तो घुस नहीं सकते, भारत में घुसने की बात करते हैं।
राठौड़ ने कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि भारत ने उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन दुर्भाग्य है कि इसमें देश बंटा हुआ नजर आया।
उन्होंने कहा कि म्यांमार की कार्रवाई देश की सोच में आए बदलाव को बताता है। सेना हमेशा तैयार रहती है, कुछ करने के लिए। लेकिन, कोई भी कार्रवाई करने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति की आवश्यकता होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह कर दिखाया है। हम आतंकवाद को बर्दाश्त करेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने छद्म वेश में होने वाले हमलों, गौवंश की तस्करी, बाग्ंलादेश से होने वाली घुसपैठ पर चिंता व्यक्त की और रक्षा मंत्री से इस दिशा में ठोस कदम उठाने का आग्रह किया। फोरम् फोर अवेयरनेस ऑफ नेशनल सिक्योरिटी के संरक्षक एवं मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार भी इस मौके पर मौजूद थे।