जमीन से निकले भगवान मुनिश्री शुभ्रतनाथ
कोसली के गांव दीदोली में खुदाई के दौरान एक प्राचीन मूर्ति एवं कुछ अवशेष मिले हैं। बताया जा रहा है कि यह प्रतिमा 20वें जैन तीर्थंकर भगवान मुनिश्री शुभ्रतनाथ जी की है। अभी हाल में रेवाड़ी के एक गांव में खुदाई के दौरान चांदी के सिक्के मिले थे। उस वक्त
रेवाड़ी । कोसली के गांव दीदोली में खुदाई के दौरान एक प्राचीन मूर्ति एवं कुछ अवशेष मिले हैं। बताया जा रहा है कि यह प्रतिमा 20वें जैन तीर्थंकर भगवान मुनिश्री शुभ्रतनाथ जी की है। अभी हाल में रेवाड़ी के एक गांव में खुदाई के दौरान चांदी के सिक्के मिले थे। उस वक्त भी यह क्षेत्र सुर्खियों में था।
शनिवार की सुबह जुताई के समय एक किसान के खेत में यह प्रतिमा निकली। प्रतिमा निकलते ही खेत में जुटे किसान चौंक गए। उस वक्त ग्रामीणों ने इसे जैन समाज के किसी तीर्थंकर की प्रतिमा बताया था। यह खबर शहर में तेजी से फैल गई, जिससे जैन समाज के लोग गांव में एकत्र होने लगे । जैन समाज के गहन पड़ताल के बाद यह तय हुआ कि यह मूर्ति जैन समाज के 20वें जैन तीर्थंकर भगवान मुनिश्री शुभ्रतनाथ की है। यह पता लगते ही जैन समाज के लोगों ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वह प्रतिमा को रेवाड़ी शहर के किसी मंदिर में लाने के इच्छुक हैं। लेकिन दीदोली के ग्रामीणों का अनुरोध ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि यह मंदिर गांव में ही बने और यही इसकी स्थापना हो।
हालांकि अभी पुरातत्व विभाग से भी कुछ इस तरह की जानकारी नहीं मिल सकी है। जिससे इन मूर्तियों के बारे में कुछ और सटीक जानकारी मिल सके। यह जांच का विषय है। जाँच के बाद पता चल सकेगा कि ये मूर्तियां कितनी प्राचीन हैं। उधर, खुदाई में मूर्तियां मिलने से ग्रामीणों में उत्साह और खुशी है। ग्रामीण बहुत उत्साह से इन मूर्तियों को देखने यहां आ रहे हैं।