जानें, कैसा रहा यूपी के मंत्रियों का पहला दिन, कहीं सफाई तो कहीं शपथ
मंत्रियों के कामकाज का पहला दिन और शुरुआत स्वच्छता के बेमिसाल संकल्प से। विधान भवन से लेकर एनेक्सी, बापू भवन और अन्य विभागों में गुरुवार को मंत्रियों की ओर से दिलाई गई
लखनऊ (जेएनएन)। मंत्रियों के कामकाज का पहला दिन और शुरुआत स्वच्छता के बेमिसाल संकल्प से। विधान भवन से लेकर एनेक्सी, बापू भवन और अन्य विभागों में गुरुवार को मंत्रियों की ओर से दिलाई गई यह शपथ इस बात का संकेत है कि सरकार शुचिता-पारदर्शिता के सहारे लोगों के दिलों में पैठ करेगी। यह इस बात का प्रतीक भी है कि सरकार अपने दामन पर कोई दाग नहीं लगने देगी।
मुख्य भवन में गुरुवार सुबह का नजारा ही हर दिन से अलग था। रंगाई-पुताई चल रही थी और कई मंत्रियों के कक्ष अभी पूरी तरह तैयार नहीं थे, पर अधिकांश समय पर पहुंचना शुरू कर दिए थे। गुरुवार को हर विभाग में मंत्री से लेकर अफसर तक स्वच्छता की शपथ लेते रहे। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी गुरुवार को एनेक्सी के पंचम तल पर देर तक बैठे और वहां चौतरफा स्वच्छता दिखी। स्वच्छता की शुरुआत खुद से करने के संदेश का असर है कि मुख्य भवन के 82 नंबर कक्ष में सुबह पहुंचते ही खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने साफ कहा कि उन्होंने गुरुवार सुबह से ही पान खाना छोड़ दिया। राजनीतिक पेंशन व विधि और न्याय मंत्री बृजेश पाठक, प्रमुख सचिव डिंपल वर्मा के साथ अपने राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी को भी साथ लेकर सबको शपथ दिलाई।
बिना हूटर बजाए आए अधिकांश मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पहले ही अपने वाहन में हूटर प्रयोग न करने का एलान किया तो मुख्यमंत्री ने मंत्रियों की बैठक में इसे नजीर बना दी। ज्यादातर मंत्रियों के वाहन बिना हूटर बजाए चल रहे थे। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को विभागीय अफसरों के साथ समन्वय बनाने की हिदायत दी है। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा खुद शक्ति भवन से लेकर विभागीय अधिकारियों को लाइन पर लिए थे।
9.30 बजे ही दफ्तर पहुंच गए मंत्री
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अच्छी कार्य संस्कृति के लिए यह अपेक्षा की थी कि सुबह साढ़े नौ बजे मंत्री दफ्तर पहुंचकर कार्यभार संभाले। योगी के आह्वान का असर पहले दिन ही दिखा। ज्यादातर मंत्रियों ने सुबह नौ से दस बजे के बीच अपने विभागों में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और स्वच्छता की शपथ दिलाई। मंत्रियों के अचानक निरीक्षण करने से विभागों में हड़कंप मच गया। देर से आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सांस फूली हुई थी।
मंत्रियों ने साफ-सफाई और साज सज्जा न होने पर नाराजगी भी जताई। समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री सुबह साढ़े नौ बजे मुख्य भवन के अपने कक्ष में पहुंचे और कार्यभार ग्रहण किया। नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने भी निर्धारित समय पर कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठककर व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दिया। थोड़ी देर से आये खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि अभी तो भार संभाला है और अब कार्य करेंगे। वह पूरी तरह आध्यात्मिक थे।
स्वतंत्र प्रभार के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह मुख्य भवन स्थित अपने कक्ष में आने की बजाय पहले परिवहन निगम के मुख्यालय गये। आबकारी मंत्री जयप्रताप सिंह ने स्वच्छता की शपथ दिलाई। विधि न्याय और राजनीतिक पेंशन मंत्री बृजेश पाठक और राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने एक साथ विभागीय अधिकारियों को शपथ दिलाई। फिर पाठक ने विधायी विभाग का दौरा किया। उनके दौरे की बात सुनते ही एक व्यक्ति ने फोन मिलाया- हलो मैं सैनी बोल रहा हूं। मंत्री जी दौरा करने जा रहे हैं। उधर, विभाग में साफ-सफाई को लेकर सतर्कता बढ़ गयी।
केशव से मिलने-जुलने वालों का तांता
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य विधानभवन के अपने कक्ष में बैठे। वह निर्माण भवन में स्वच्छता की शपथ दिलाकर आए थे। उनसे मिलने जुलने वालों का तांता लगा था। भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उन्हें गुलदस्ता दे रहे थे। केशव को दिल्ली जाना था। इसलिए वह सबसे लौटकर आने पर ठीक ढंग से बैठकर बात करने को कह रहे थे।
महेंद्र सिंह के कक्ष में हवन-पूजन
ग्रामीण विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. महेंद्र सिंह के कक्ष में हवन-पूजन जारी था। उनके भाई भी सक्रिय थे। पूजन के बाद उन्होंने भी स्वच्छता की शपथ दिलाई। बोले कि जब तक गांवों का विकास नहीं तब तक देश का विकास नहीं हो सकता। यह मोदी और योगी के सपनों का युग है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई पान या गुटखा खाकर आएगा तो कड़ी कार्रवाई होगी। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल के कक्ष में सफाई चल रही थी। वह मुख्य भवन के अपने कक्ष में आने के लिए सीढिय़ां चढ़ रहे थे तभी किसी ने यह जानकारी दी। फिर अफसर उन्हें वित्त भवन ले गये। अग्रवाल ने स्वच्छता की शपथ दिलाई। श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य अपने समर्थकों के साथ आये।
मंत्री उपेंद्र ने लगायी कक्ष में झाड़ू
कार्यभार ग्रहण करने पहुंचे जल सम्पूर्ति, भूमि विकास व जल संसाधन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी अपने दफ्तर में गंदगी देख भड़क गए। खुद ही झाड़ू उठा ली और अपने कक्ष की सफाई में जुट गए। मंत्री को झाडू लगाते देख कर सचिवालय में हड़कंप मच गया। अधिकारी और सफाईकर्मी दौड़े, मंत्री ने विलंब से पहुंचने पर फटकार लगाते हुए कार्य संस्कृति में बदलाव करने की हिदायत दी।
... लेकिन तैयार नहीं थे कर्मचारी
मंत्री तो मुस्तैद होकर समय से पहुंच गये लेकिन सचिवालय तैयार नहीं था। कई कमरों में सफाई चल रही थी। कर्मचारी भी तैयार नहीं थे। पेंटिंग का भी काम चल रहा है। इसलिए भी लोगों को असुविधा हो रही थी।