यूपी के चालीस हजार शिक्षकों को राहत, होगी जीपीएफ कटौती
विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों की अब जीपीएफ कटौती होगी। हाईकोर्ट ने शिक्षकों को पुरानी पेंशन नीति के तहत आच्छादित करने का आदेश दिया है। इससे दस वर्ष से चली आ रही लंबी लड़ाई थम गई है और प्रदेश भर के करीब 40 हजार शिक्षकों को यह लाभ मिलेगा।
लखनऊ। विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों की अब जीपीएफ कटौती होगी। हाईकोर्ट ने शिक्षकों को पुरानी पेंशन नीति के तहत आच्छादित करने का आदेश दिया है। इससे दस वर्ष से चली आ रही लंबी लड़ाई थम गई है और प्रदेश भर के करीब 40 हजार शिक्षकों को यह लाभ मिलेगा।
राज्य सरकार ने वर्ष 2004 में विशिष्ट बीटीसी चयन प्रक्रिया के जरिए करीब 40 हजार शिक्षकों का चयन किया था। सभी का प्रशिक्षण अगस्त 2004 से शुरू कराकर दिसंबर 2005/जनवरी 2006 में प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति दी गई। इसी बीच प्रदेश सरकार ने एक अप्रैल 2005 से नई पेंशन नीति लागू कर दी। इस पर 40 हजार शिक्षकों ने एक अप्रैल 2005 के पूर्व चयन को आधार मानकर पुरानी पेंशन में जीपीएफ की कटौती की मांग शुरू कर दी। वहीं सरकार नई पेंशन देने की बात कर रही थी। इस संबंध में विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोशिएशन की शासन स्तर पर कई बार वार्ता हुई, लेकिन दस वर्ष बाद भी विभाग ने जीपीएफ की कटौती शुरू नहीं की। इस पर एसोशिएशन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। तब कोर्ट ने एसोशिएशन को नई व पुरानी पेंशन का विकल्प चुनकर बीएसए को देने को कहा था। एसोशिएशन ने बीएसए को प्रत्यावेदन भी दिया, लेकिन शासन ने उसे निरस्त कर दिया। निरस्त प्रत्यावेदन एवं केंद्र का मेमोरेंडम 2008 के आदेश को आधार बनाकर हाईकोर्ट में पुरानी पेंशन के तहत जीपीएफ कटौती की मांग की थी।
आखिरकार उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बी. अमित स्थालेकर ने पुरानी पेंशन के तहत जीपीएफ कटौती का आदेश दिया है। इस निर्णय से शिक्षक वेलफेयर एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी आदि ने खुशी जताई।