बसपा मुखिया निठल्ली महिला : शिवपाल
मंत्री शिवपाल यादव ने बसपा सुप्रीमो पर 'निठल्ली' होने का आरोप लगाया है। कहा कि वह लखनऊ आने पर सपा पर बेबुनियाद इल्जाम लगाती हैं। मायावती खुद ही गुजरात जाकर भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार कर चुकी हैं।
लखनऊ। मंत्री शिवपाल यादव ने बसपा सुप्रीमो पर 'निठल्ली' होने का आरोप लगाया है। कहा कि वह लखनऊ आने पर सपा पर बेबुनियाद इल्जाम लगाती हैं। मायावती खुद ही गुजरात जाकर भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार कर चुकी हैं।
समाजवादी पार्टी व भाजपा में मिलीभगत होने के मायावती के आरोप के बाद शिवपाल यादव ने पत्रकार वार्ता में मायावती का नाम लिये बगैर कहा कि बसपा की महिला निठल्ली है। उनके पास कोई काम नहीं है। वह दो बार भाजपा के साथ सरकार चला चुकी हैं, फिर भी सांप्रदायिक शक्तियों से संघर्ष कर रही सपा पर भाजपा से मिलीभगत का इल्जाम लगाती हैं। शिवपाल ने मायावती की भाषा की आलोचना के लिए एक क्षेत्रीय मुहावरे का भी इस्तेमाल किया।
यादव ने भाजपा विधायक संगीत सोम पर हमला किया कि वन विभाग की पांच सौ एकड़ जमीन उन्हें बेचे जाने की शिकायत जनता दर्शन में आयी थी। स्लाटर हाउस की क्षमता बढ़ाने का भी एक कंपनी से आवेदन आया था, जिसमें वह निदेशक हैं। केंद्र सरकार की इजाजत के बगैर राज्य में नौकरशाहों को सेवा विस्तार और पुनर्नियुक्ति दिए जाने के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि किसी भी अधिकारी को केंद्र की इजाजत के बगैर सेवा विस्तार नहीं दिया जाएगा। यादव ने खुलासा किया बिसाहड़ा की तरह ही करहल में भी लोगों को भड़काने की साजिश की गई थी लेकिन जनता ने उसे नाकाम कर दिया। पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
मायावती के आरोप निराधार : भाजपा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा है कि बसपा प्रमुख मायावती के केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। अब जबकि उनका भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है तो वह बचाव में कुतर्क गढ़ते हुए तथ्यहीन बातें कर रही हैं।वाजपेयी ने कहा कि यूपीए सरकार के समय जब सीबीआइ ने बाबू सिंह कुशवाहा, राकेशधर त्रिपाठी व रंगनाथ मिश्रा पर कार्रवाई की तो मायावती केंद्र को समर्थन देने की डील में केवल खुद के बचाव के लिए चुप क्यों रहीं थीं। एनआरएचएम घोटाले में 74 एफआईआर हुई है और जांच चल रही है तो आखिर मायावती केवल पूछताछ से ही क्यों बौखला गईं। उन्हें बताना चाहिए कि एनआरएचएम घोटाले से जुड़े हुए कितने लोगों की हत्याएं हुई हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत में आरक्षण की जो संवैधानिक व्यवस्था है उसमें कोई परिवर्तन की पहल ही नहीं है तो फिर वह समाज को बांटने की बातें क्यों कर रही हैं। प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव की अभी तक 300 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं, फिर भी बसपा चुप क्यों है। प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका निभाने में बसपा को संकोच क्यों है।