अधिक मांग ने महंगा किया खाड़ी देशों का हवाई सफर
पिछले दिनों तक दुबई का जो विमान किराया औसतन 14 से 15 हजार रुपये के बीच रहता था, वह इन दिनों 21 हजार तक पहुंच गया है। इन देशों को जाने वाले विमानों में अचानक सीटों की मारामारी बढ़ गई है। महंगे टिकट से बचने के लिए लोग अब मुंबई
लखनऊ। पिछले दिनों तक दुबई का जो विमान किराया औसतन 14 से 15 हजार रुपये के बीच रहता था, वह इन दिनों 21 हजार तक पहुंच गया है। इन देशों को जाने वाले विमानों में अचानक सीटों की मारामारी बढ़ गई है। महंगे टिकट से बचने के लिए लोग अब मुंबई तक ट्रेन से जाकर वहां से विमान से रवाना हो रहे हैं।
लखनऊ से प्रतिदिन दुबई और जद्दा के लिए औसतन चार विमान रवाना होते हैं। इन विमानों से लखनऊ के साथ आसपास के गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई सहित कई जिलों के लोग जाते हैं। दुबई का विमान किराया 14 से 15 हजार रुपये के बीच रहता था। हज यात्रा के बाद खाड़ी देशों की विमान कंपनियों ने अपने किराए में वृद्धि कर दी है। माना जा रहा है इन विमान कंपनियों की अधिकतर उड़ान हज यात्रा में शामिल हो गई हैं। अधिक मुनाफा कमाने के लिए इन कंपनियों ने अपनी साधारण सेवाओं के किराए को बढ़ा दिया है। यह किराया भी 50 प्रतिशत तक बढ़ गया है। किराया बढऩे के कारण खाड़ी देशों में रोजगार के लिए जाने वाले लोगों पर सबसे अधिक असर पड़ा है। इनसे ट्रैवल एजेंसियां मोटी रकम वसूल रही हैं। काम की तलाश में जाने वाले इन कामगारों को लखनऊ की जगह मुंबई ले जाया जा रहा है। टिकट कंफर्म न होने से यह लोग वेटिंग के सहारे रात भर जागकर बैठे हुए ही अपना मुंबई तक का सफर तय कर रहे हैं। मुंबई से इनको 19 हजार में दुबई का टिकट मिल पा रहा है। एयरलाइन सेक्टर से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अभी अगले कुछ और दिन खाड़ी देशों का किराया बढ़ा रहेगा। इसके बाद बकरीद के समय वहां से लखनऊ आने वाले विमानों का किराया और तेज होगा।