चुनौतियों से सीखा, बने प्रेरणास्रोत
जागरण संवाददाता, जामताड़ा : नाला प्रखंड के मध्यविद्यालय खैरा में कार्यरत वरीय शिक्षक लक्ष्मण झा ने जिले में एक ऐसे शिक्षक की छवि बनायी है, जिन्होंने हर चुनौतियों से छात्रों को संघर्ष करने की पाठ पढ़ाई, जिसके कई छात्र आज भी कायल हैं। जिले के जामताड़ा प्रखंड स्थित श्यामपुर गांव में जहां एक समय बच्चों को शिक्षा से दूर-दूर तक नाता नहीं था, वहां के बच्चों में उन्होंने शिक्षा का अलख जगाया। घर-घर अभियान चलाकर उनके बच्चों और अभिभावकों को शिक्षा की महत्ता से अवगत कराया। वे जहां भी विद्यालय में कार्यरत रहे शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए प्रयासरत रहे। आज इनके शिष्य जिले एवं अन्य राज्यों में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन है। उन्हें जिला प्रशासन ने वर्ष 1997, 1999 एवं 2011 में शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया।
क्या कहते हैं सहकर्मी -
शिक्षक सीताराम महतो ने बताया कि लक्ष्मण झा को वे तब से जानते हैं, जबसे झारखंड राज्य का गठन भी नहीं हुआ था। शुरूआती दिनों में जो उर्जा इनमें थी, वह आज भी बरकरार है। यह कभी भी विषम से विषम परिस्थिति में अपनी हार नहीं मानते। वे जो करने की ठान लेते हैं, उससे कभी पीछे नहीं हटते।
शिक्षक मनोरंजन झा ने बताया कि वे जिस तरह अपने दायित्व के प्रति सजग दिखते हैं, सही मायने में आज कोई भी शिक्षक सजग नहीं दिखते। ज्यादातर शिक्षक शिक्षा को अपनी ड्यूटी समझ केवल कोरम पूरा कर रहे हैं। लेकिन उनमें यह नहीं है। वे इसे अपना धर्म समझते हैं।
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नाम - लक्ष्मण झा
जन्म स्थान - गोलहंट्टी ,जिला -दुमका , झारखंड
शिक्षा - कला में स्नातक , बीएड
विशेषता - कार्य प्रति समर्पण
उपलब्धि - वर्ष 1997 में दुमका के तत्कालीन उपायुक्त अभाष कुमार झा द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया।
वर्ष 1999 में सर्व शिक्षा अभियान की ओर से तत्कालीन जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया।
वर्ष 2011 में जामताड़ा के तत्कालीन उपायुक्त कृपानंद झा द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया था।
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