परियोजना को पानी नहीं देंगे ग्रामीण
जागरण प्रतिनिधि, नई टिहरी : भिलंगना ब्लाक के दूरस्थ क्षेत्र बालगंगा की सहायक नदी धर्मगंगा के सिराहने प्रस्तावित झाला, कोटी जल विद्युत परियोजना के लिए न तो ग्रामीण पानी देंगे न ही इसके लिए जंगल कटने देंगे।
मंगलवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड नदी बचाओ अभियान की टीम के संयोजक सुरेश भाई का कहना है कि उनकी टीम ने प्रभावित गांव अगुंडा, कोटी, तितरूणा, थाती, रगस्या का भ्रमण किया तो लोगों में इस परियोजना को लेकर खासा रोष था। ग्रामीणों का कहना है कि वह न तो परियोजना को पानी देंगे और न ही जंगल कटने देंगे। उनका कहना है कि पूर्व में अगुंडा नाम से निर्मित अगुंडा चानी जल विद्युत परियोजना बनाई गई। कम्पनी ने लोगों को आरंभ में लिखित रूप से झूठे आश्वासन दिए जिस कारण प्रभावित चानी के लोग आज कई समस्याएं झेल रहे हैं। उनका कहना है कि झाला के पास धर्मगंगा पर यदि प्रस्तावित परियोजना का निर्माण इस स्थान से हुआ तो इससे झाला कोटी नहर का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा और इससे ग्रामीणों की सैकड़ों हेक्टेयर कृषि भूमि भी प्रभावित होगी। अगुंडा गांव के लोगों ने स्वयं भी अपनी ऊर्जा समिति के माध्यम से सिंचाई नहर से छोटी पन बिजली बनाई है। लोग चाहते हैं कि इस संवेदनशील बाल गंगा नदी के उद्गम में इसी तरह की छोटी पन बिजली बने। उन्होंने कहा कि परियोजना निर्माण से यहां भूस्खलन का खतरा भी बढ़ जाएगा। इस अवसर पर बिहारीलाल आदि मौजूद थे।
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