सुग्गासार में अबकी रह गई वीरानगी
निप्र, चांदन (बांका) : कांवरिया पथ का मनोरम पड़ाव सुग्गासार इस वर्ष विवादी जमीन एवं दुकानों में आगजनी की घटना के कारण विरान पड़ा हुआ है। दुकान लगाने की प्रशासनिक मनाही से इसके आसपास का पूरा कांवर पथ सुनसान पड़ा हुआ है। जिससे कांवरिया को काफी परेशानी हो रही है। खासकर यहां का एक मात्र कांवरिया ठहराव की जगह दांडी आश्रम भी बंद कर दिया गया है। ज्ञात हो कि कांवरिया के कटोरिया प्रखंड की सीमा पार कर चांदन प्रखंड में प्रवेश के बाद पहला पड़ाव सुग्गासार की दुकान एवं दांडी आश्रम ही होता था। भुलभुलैया नाला से सुग्गासार तक जंगली क्षेत्र होने और उतार चढ़ाव के रास्ते पार कर कांवरिया यहां आराम पाते थे। पर इस वर्ष दो पक्षों में विवाद के बाद यहां दुकान लगाना बंद कर दिया गया। इतना ही नहीं कांवरिया के विश्राम के लिए दांडी आश्रम भी उसी विवादित जमीन पर होने के कारण उसे भी बंद कर दिया गया है। जिससे कांवरिया को थके हारे होने के बावजूद जंगलों में ठहरना ठीक नहीं जानकार आगे बढ़ जाना पड़ता है। इस संबंध में सीओ निरंजन सिंह का कहना है कि अनुमंडलाधिकारी के आदेश से दुकान और दांडी आश्रम बंद कर दिया गया है। जिससे कांवरिया के थोड़ी परेशानी जरूर हो रही है। जिसे देखते हुए उन्होंने इसे खोलने संबंधी आवेदन एसडीओ को भेजा है। वहीं एसडीओ अमित कुमार ने बताया कि सीओ की अनुशंसा पर दांडी आश्रम को चालू कराने पर विचार किया जाएगा।
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