Move to Jagran APP

राजस्थान में बंद होंगे 655 मदरसे

कम छात्र संख्या वाले 17 स्कूलों को बंद या समायोजित करने के बाद अब राजस्थान सरकार 655 मदरसे भी बंद कर रही है। ये ऐसे मदरसे हैं, जिनमें 20 या इससे भी कम छात्र पढ़ रहे हैं। हालांकि सरकार के इस निर्णय का विरोध भी शुरू हो गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2015 02:55 AM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2015 03:14 AM (IST)
राजस्थान में बंद होंगे 655 मदरसे

जयपुर [ब्यूरो]। कम छात्र संख्या वाले 17 स्कूलों को बंद या समायोजित करने के बाद अब राजस्थान सरकार 655 मदरसे भी बंद कर रही है। ये ऐसे मदरसे हैं, जिनमें 20 या इससे भी कम छात्र पढ़ रहे हैं। हालांकि सरकार के इस निर्णय का विरोध भी शुरू हो गया है।

loksabha election banner

राजस्थान सरकार ने पिछले वर्ष 30 से कम छात्र संख्या वाले 17 हजार सरकारी स्कूलों को या तो बंद कर दिया था या उन्हें निकट के स्कूल में समायोजित कर दिया था।

हालांकि सरकार के इस निर्णय का जनसंगठनों ने कड़ा विरोध किया था और इससे बच्चों के स्कूल छोडऩे की घटनाएं भी सामने आई थीं। अब ऐसा ही कुछ मदरसों के मामले में किया जा रहा है।

राजस्थान मदरसा बोर्ड ने इस बारे में एक रिपोर्ट सरकार को सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि राजस्थान में सरकारी सहायता से चलने वाले 2352 मदरसे हैं और इनमें से 655 ऐसे हैं, जिनमें 20 या इससे कम बच्चे हैं। ऐसे में इन मदरसों को चलाए रखना उपयोगी नहीं है। बंद होने वालों में सबसे ज्यादा सौ मदरसे जयपुर में हैं। इसके अलावा टोंक के 50 मदरसे बंद होंगे।

सरकार के इस निर्णय से मदरसों में पढ़ा रहे 252 पैरा टीचर्स बेरोजगार हो जाएंगे। मदरसा बोर्ड के सचिव सईद अहमद के अनुसार यह निर्णय कम नामांकन के कारण किया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.