महाव तटबंध टूटा, दो सौ एकड़ धान की फसल जलमग्न
महराजगंज: नेपाल के पहाड़ों में हुई भारी बारिश से महाव नाला शुक्रवार को उफना गया। पानी का दबाव न झे
महराजगंज:
नेपाल के पहाड़ों में हुई भारी बारिश से महाव नाला शुक्रवार को उफना गया। पानी का दबाव न झेल पाने के कारण नरायनपुर गांव के पास नाले का पूर्वी तटबंध टूट गया जिससे आसपास के छह गांवों के सिवान में लगाई गई करीब दो सौ एकड़ धान की फसल जलमग्न हो गई। बता दें कि 16 जुलाई को भी तटबंध इसी स्थान पर टूटा था। जिसकी प्रशासन ने मरम्मत करायी थी। सुबह करीब नौ बजे नरायनपुर गांव के पास नाले का पूर्वी तटबंध पानी के दबाव को नहीं सह पाया और करीब 25 मीटर तक टूट गया। दोपहर तक तटबंध से निकले पानी ने नरायनपुर, बेलहिया, सेमरहना, अमहवा व शिकारपुर गांव के सिवान के सैकड़ों एकड़ धान की फसल को डुबो दिया है। सबसे अधिक नुकसान तटबंध किनारे स्थित राजेश चौधरी, विश्वम्भर, भगवती साहनी, जयराम, इलियास, राम बहादुर, दीपेंद्र, राजाराम, रामप्यारे, माधव, मधुकर, गो¨वद, शिवशरण व लाल बहादुर के खेतों को हुआ। क्योंकि मशीन द्वारा निकाली गई नदी की सिल्ट भी बहकर इनके खेतों में पहुंच गई है।
इस वर्ष महाव नाले का तटबंध सातवीं बार टूटा है।
25 जून को दोगरहा व विशुनपुरा के सिवान
16 जुलाई को खैरहवा दुबे गांव के पास तीन स्थानों पर ।
16 जुलाई को कोहरगडड्ी व नरायनपुर गांव
के पास।
31 जुलाई को पुन: नरायनपुर के पास।