एकजुट रहे तो और बेहतर होंगे हालात
गोरखपुर : अपने अधिकारों के लिए दलित समाज में हाल के वर्षों में चेतना बढ़ी है। हर क्षेत्र में दलित यु
गोरखपुर : अपने अधिकारों के लिए दलित समाज में हाल के वर्षों में चेतना बढ़ी है। हर क्षेत्र में दलित युवाओं ने अपनी मेधा का परचम लहराया है, पर अभी भी बहुत कुछ हासिल करना शेष है। इसके लिए जरूरी है कि दलित वर्ग एकजुट होकर योजनाबद्ध ढंग से प्रयास करे।
यह बात रविवार को अंबेडकरवादी छात्रसभा की मेजबानी में आयोजित राष्ट्रीय बौद्धिक सम्मेलन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए बुद्धिजीवियों ने कही। सिविल लाइंस क्षेत्र में संपन्न इस गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी जय सिंह ने कहा कि समाज के युवाओं को अपनी प्रतिभा के साथ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। तभी दलित वर्ग का भविष्य चमकदार हो सकेगा। वहीं दिल्ली से आए वैज्ञानिक विनोद मिलिंद ने कहा युवाओं से समाज के हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया। हरियाणा से आए विजय बौद्ध ने पूर्वांचल में जाति के नाम पर हो रही राजनीति को समाप्त करने की जरूरत पर बल देते हुए बाबा साहब अंबेडकर के सिद्धांतों के अनुरूप समाज गढ़ने के लिए युवाओं से सहयोग मांगा। कार्यक्रम के मेजबान और अंबेडकरवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष अमर सिंह पासवान ने कहा कि गोरखपुर में पहली बार आयोजित हो रहे इस दलित विमर्श गोष्ठी का संदेश पूरे देश में जाएगा, और समाज के युवाओं में जागरुकता आएगी। सम्मेलन में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक डा.आलोक गोयल, डा.गोपाल प्रसाद,, दिल्ली से आए एसएन गौतम, इलाहाबाद से आए बच्चा पासी, मध्य प्रदेश से आए रवि कुमार जैसे बुद्धिजीवियों ने भी अपने विचार रखे।