वीसी गबर सिंह मेला शुरू, किया भावपूर्ण स्मरण
संवाद सहयोगी, चम्बा: प्रथम विश्व युद्ध के नायक शहीद वीसी गबर सिंह नेगी की जयंती पर द्वितीय गढ़वाल रा
संवाद सहयोगी, चम्बा: प्रथम विश्व युद्ध के नायक शहीद वीसी गबर सिंह नेगी की जयंती पर द्वितीय गढ़वाल राइफल के जवानों, पूर्व सैनिकों, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने शहीद का भावपूर्ण स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर जवानों ने उनके स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किए वहीं पूर्व सैनिकों ने रितलिंग परेड की।
मंगलवार सुबह आठ बजे सबसे पहले शहीद वीसी गबर सिंह के पैतृक गांव मज्यूड़ के लोग ढोल-नगाड़ों के साथ शहीद के स्मारक पहुंचे और उन्होंने पूजा-अर्चना कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद कर्नल स्वर्ण कुमार और रमेश कृष्णन के नेतृत्व में लैंसडौन से आए द्वितीय गढ़वाल राइफल के जवानों ने शहीद के स्मारक पर सशस्त्र सलामी देकर पुष्पचक्र अर्पित किए। इसके बाद जनप्रतिनिधियोंके अलावा विभिन्न जगहों से आए लोगों ने शहीद के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया। निचला चम्बा में मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रतन सिंह गुनसोला, कर्नल स्वर्ण कुमार और ब्लाक प्रमुख आनंदी नेगी ने संयुक्त रूप से किया।
इस मौके पर कर्नल स्वर्ण कुमार ने कहा कि शहीद वीसी गबर सिंह केवल उत्तराखंड के नहीं वे तो पूरे भारत वर्ष की ऐसी विभूति हैं, जिन्होंने प्रथम विश्वयुद्ध में शौर्य और पराक्रम की ऐसी अनूठी मिसाल पेश की, जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता। ब्लाक प्रमुख आनंदी नेगी ने कहा कि शहीद गबर सिंह युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि शहीद के गांव को लेकर सरकार द्वारा पूर्व में जो घोषणाएं की गई हैं, उन पर कार्यवाही होनी चाहिए। यही शहीदों को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। वहीं वर्दी व मेडलों के साथ पहुंचें पूर्व सैनिकों ने रितलिंग परेड की। विभिन्न जगहों से भारी संख्या में आए लोग इस कार्यक्रम के साक्षी बने। इस मौके पर सैनिक संगठन के अध्यक्ष इन्द्र सिंह नेगी, ब्लाक प्रमुख आनंदी नेगी, नप अध्यक्ष विक्रम सिंह पंवार, आनंद सिंह नेगी, भगवान सिंह कुंवर, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय बहुगुणा, सभासद शक्ति प्रसाद जोशी, जेपी नौटियाल, कमल सिंह, रमेश रावत, गौरव डोभाल आदि मौजूद थे।
सैनिकों ने दिखाए करतब
वीसी गबर सिंह मेले में गढ़वाल रेजीमेंट के जवानों ने पीटी डिस्पले किया। इस मौके पर उन्होंने कई तरह के करतब दिखाकर लोगों को हैरत में डाल दिया। अग्निचक्र की प्रस्तुति भी आकर्षण का केंद्र रही। मेले में भारी भीड़ उमड़ी। गांव से आए लोगों ने खरीदारी भी की।
नहीं पहुंचे अधिकारी
वीसी गबर सिंह मेले में प्रशासन की तरफ से न तो डीएम आए और न ही उनके मातहत अधिकारी। यहां तक कि तहसीलदार ने भी मेले में आने की जहमत नहीं उठाई। प्रशासन के इस रवैये से क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व मेला समिति ने नाराजगी प्रकट कर इसे शहीदों का अपमान बताया। समिति के अध्यक्ष इंद्र सिंह नेगी ने कहा कि यह तो सरासर शहीदों का अपमान है। कहा कि मेले में न तो कोई प्रशासन से कोई न उनकी ओर से किसी ने सहयोग किया।