रोडवेजकर्मी गए हड़ताल पर, बसों का चक्का जाम
मेरठ : दो दिन पूर्व मोदीपुरम में छात्रों व रोडवेज सिटी बस के बीच मारपीट का मामला शुक्रवार को तूल पकड़
मेरठ : दो दिन पूर्व मोदीपुरम में छात्रों व रोडवेज सिटी बस के बीच मारपीट का मामला शुक्रवार को तूल पकड़ गया। कंडक्टर के खिलाफ मुकदमा लिखे जाने के बाद रोडवेज कर्मियों ने पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाते हुए चक्का जाम कर दिया।
गुरुवार को हुआ था विवाद
गुरुवार को जेएनएनयूआरएम के तहत संचालित रोडवेज बस में मोदीपुरम में छात्र व स्टाफ बे बीच टिकट को लेकर कहासुनी हो गयी थी। बाद में यह बढ़ी और ड्राइवर विपिन कुमार व कंडक्टर संग छात्रों ने मारपीट कर दी। कंडक्टर सुशील कुमार शुक्ला ने ईटीएम मशीन व तीन हजार रुपए छीनने की तहरीर छात्र विपुल, सुधांशु व अक्षय राठी के खिलाफ दी। विपुल को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दोनों छात्र फरार हो गए थे।
परिचालक के खिलाफ मुकदमे के बाद भड़का गुस्सा
शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी कंडक्टर के भी खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इसकी भनक लगते ही रोडवेज कर्मियों में रोष फैल गया और उन्होंने बैठक कर हड़ताल की घोषणा कर दी। हंगामा व नारेबाजी करते हुए कुछ देर गढ़ रोड पर जाम लगाया गया। मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड एमसीटीएसएल के एमडी संदीप लाहा मौके पर पहुंचे और समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। लेकिन कर्मचारी हड़ताल खोलने को नहीं माने। दोपहर में एमडी की अगुवाई में बड़ी संख्या में गंगाचरण व यूनियन अध्यक्ष विकास राणा, शक्ति सिंह, दिनेश कुमार, अनुराग, मंजीत, संजीव आदि डीएम पंकज यादव से मिले। एमडी संदीप लाहा ने बताया कि डीएम ने एसएसपी को मामले की जांच के आदेश दिए। लेकिन एसएसपी, भर्ती की तैयारियों के कारण अन्यत्र थे। कर्मचारी मुकदमा हटाए जाने की मांग पर अमादा थे। देर शाम को एसएसपी ने मिलने का समय दिया। ऐसे में दिनभर रोडवेज सिटी बसों के चक्के थमे रहे। एक भी बस का संचालन नहीं हो पाया।
यात्री रहे हलकान
जेएनएनयूआरएम के तहत जनपद में 120 बसें हैं। इनमें से 85 से 90 के बीच बसों का रोजाना संचालन होता है। बसें न चलने से शुक्रवार को पांच लाख का फटका लगा। वहीं यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बैट्री रिक्शा, महानगर बस सेवा व रिक्शा के जरिए यात्रियों ने सफर किया।