तहजीब दिवस पर बदतमीजी
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : एएमयू संस्थापक सर सैयद अहमद खां की पुण्यतिथि को तहजीब दिवस मनाने के लिए
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ :
एएमयू संस्थापक सर सैयद अहमद खां की पुण्यतिथि को तहजीब दिवस मनाने के लिए बाबे सैयद पर पहुंचे छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष शहजाद आलम बर्नी व प्रॉक्टर प्रो. जमशेद सिद्दीकी में भिड़ंत हो गई। जुबान तो फिसली ही, बात हाथापाई तक भी आ गई। यहां मौजूद छात्रों ने लोगों को शांत किया।
सर सैयद की पुण्यतिथि को तहजीब दिवस मनाने के लिए बर्नी फाउंडेशन के शहजाद आलम बर्नी ने एलान किया था। जुमे की नमाज के बाद शेरवानी में एएमयू कोर्ट मेंबर व छात्रों ने बाबे सैयद तक रैली निकाली, लेकिन शहजाद आलम बर्नी रैली में शामिल नहीं हुए। रैली जब बाबे सैयद पर पहुंची तो बर्नी वहां शामिल हो गए। बर्नी ने एएमयू छात्रों के साथ फोटो भी खिंचवाए। उसी समय प्रॉक्टर प्रो. जमशेद सिद्दीकी पहुंच गए। बर्नी चूंकि एएमयू से पांच साल के लिए निष्कासित हैं। इसके चलते प्रॉक्टर ने उन्हें गेट से जाने के लिए कह दिया। इस बात पर बर्नी से उनकी तीखी नोक झोंक हो गई। पूरे लाव-लश्कर के साथ पहुंचे प्रॉक्टर ने बर्नी को उसी समय वहां से चले जाने के लिए कहा। बात ज्यादा बढ़ी तो दोनों में धक्का मुक्की तक हो गई। छात्रों ने किसी तरह मामला शांत कर बर्नी को वहां से निकाला।
इनका कहना है
तहजीब दिवस का आयोजन मैंने किया था। मैंने यूनिवर्सिटी सर सैयद की कब्र पर फातिहा पढ़ी और जुमे की नमाज के बाद रैली को रवाना किया। मैं चूंकि यूनिवर्सिटी से निष्कासित हूं। इस कारण कैंपस में रैली में शामिल नहीं हुआ। गेट पर जब पहुंचा तो प्रॉक्टर ने दुर्व्यवहार किया। उन्होंने सर सैयद की पुण्य तिथि का भी ख्याल नहीं किया। उन्होंने तहजीब दिवस की धज्जियां उड़ाई है।
- शहजाद आलम बर्नी, पूर्व अध्यक्ष छात्र संघ।
तहजीब दिवस का आयोजन एएमयू छात्रों ने किया था। आयोजन भी सही हुआ। शहजाद आलम बर्नी यूनिवर्सिटी से निष्कासित हैं। इस कारण उन्हें बाबे सैयद से भगा दिया। इस दौरान धक्का मुक्की हुई। मस्जिद में बर्नी के जाने की जानकारी नहीं है। आगे भी बर्नी को कैंपस में घुसने नहीं दिया जाएगा।
- प्रो. जमशेद सिद्दीकी, प्रॉक्टर एएमयू।
संतोष