पुनर्परीक्षा पर बोर्ड मौन
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : यूपी बोर्ड परीक्षा में माफिया के खिलाफ चला अधिकारियों का डंडा बेअसर होता न
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : यूपी बोर्ड परीक्षा में माफिया के खिलाफ चला अधिकारियों का डंडा बेअसर होता नजर आ रहा है। यहां, परीक्षा के दौरान प्रशासनिक और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने 10 परीक्षा केंद्रों पर सामूहिक नकल मिलने को लेकर उसे डिबार करने व जिला मुख्यालय पर पुनर्परीक्षा की संस्तुति की गई थी। बावजूद इसके बोर्ड से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।
यूपी बोर्ड परीक्षा में कई केंद्रों पर सामूहिक नकल पकड़ी गई थी। इसमें कई पर रिपोर्ट कराई गई थी। साथ ही, अतरौली, खैर व गभाना के कई परीक्षा केंद्रों की दोबारा से परीक्षा मुख्यालय पर कराने की संस्तुति की गई थी। इन केंद्रों पर भारी संख्या में नकल सामग्री भी बरामद कर उसे बोर्ड को भेजा गया था। परीक्षा खत्म होने के बाद यहां से सभी कॉपियों बोर्ड को भेज दी गई थीं। 30 मार्च से यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू होने जा रहा है। मगर, अब तक बोर्ड से परीक्षा कार्यक्रम नहीं आया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि पुनर्परीक्षा नहीं होगी।
डिबार में भी कंजूसी
2014 की बोर्ड परीक्षा में अलीगढ़ से सामूहिक नकल के मामले में 12 केंद्रों को डिबार करने की संस्तुति की गई थी। 2015 की बोर्ड परीक्षा में उन केंद्रों को डिबार की सूची में ही नहीं डाला गया।
इनका कहना है
हमारे यहां से संस्तुति के बाद बोर्ड से कार्यक्रम जारी आना था, लेकिन अब तक कार्यक्रम ही जारी नहीं हुआ है। अगर कार्यक्रम जारी हुआ, तभी परीक्षा कराई जाएगी।
-राजू राणा, डीआइओएस।