बीएलएसकेएस ने विश्व रंगमंच दिवस मनाया
जागरण संवाददाता, जम्मू : भारतीय लोक संगीत कला संगठन (बीएलएसकेएस) ने यूनिसन कल्चरल ट्रूप, संगम ट्रू आ
जागरण संवाददाता, जम्मू : भारतीय लोक संगीत कला संगठन (बीएलएसकेएस) ने यूनिसन कल्चरल ट्रूप, संगम ट्रू आर्ट प्रोडक्शन के सहयोग से विश्व रंगमंच दिवस एवं स्थापना दिवस जानीपुर कार्यालय में मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व क्षेत्रीय निदेशक क्षेत्र एवं प्रचार वीके मगोत्रा ने कलाकारों को पूरी निष्ठा से कला के प्रति समर्पित होकर कार्य करने के लिए कहा। संगीत नाटिका 'साड़ी संझ' का मंचन किया गया। नाटक में लोक संगीत शैलियों का प्रयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ कल्चरल फोरम के अध्यक्ष सज्जाद पुंछी, तारा सिंह चाढ़क, जय कृष्ण रैना ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कलाकारों ने 'हरण' नूरा, सर्वना, शाह मलूक, बावे वाली माता पेश किया। संगीत राजू बाजगल ने तैयार किया। कलाकारों में ऊषा हंडू, राजू बाजगल, एमसी कोतवाल, केके जोशी, हेम राज, नीलम गंडोत्रा, कमली देवी, करतार चंद, कुलदीप राज, अवतार कौर, संतोष बंदराल, जुलेखा फरीद, शिवानी दिसगोत्रा, रजनी गुप्ता, सुनील कुमार, सूरज शर्मा, घनश्याम यादव, चाहत चड्डा, दीवम जंडियाल, संतदास, कौशल री, राकेश कटोच, मुस्कान कौल, रक्षित शर्मा, धु्रव पंडित, प्रणवी खजूरिया, आर खजूरिया, समर्थ गुप्ता, सनम गुप्ता, वंश रैना, मेघा रैना, अभयुद्ध राजवीर, वंदना गुप्ता और भूमिका चिब शामिल थे। स्वागत भाषण में चेयरमैन बीएलएसकेएस एमएल डोगरा ने विश्व रंगमंच दिवस के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। बीएलएसकेएस की स्थापना के नौ वर्ष पूरे हो गए हैं। अब तक संस्था 1200 कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है। संस्था 45 संगीत नाटिकाएं पेश कर चुकी है। उन्होंने संस्था द्वारा आयोजित दूसरे कार्यक्रमों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।