मानवाधिकारों पर किया मंथन
जागरण संवाददाता, करनाल : केवीए डीएवी महिला महाविद्यालय में शनिवार को राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से
जागरण संवाददाता, करनाल : केवीए डीएवी महिला महाविद्यालय में शनिवार को राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यूजीसी द्वारा प्रायोजित इस विचार गोष्ठी का मुख्य विषय मानवाधिकार व सामाजिक संवेदना रहा। गोष्ठी की शुरूआत प्राचार्या रीटा सहगल ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मानवाधिकार और सामाजिक संवेदना विषय महिलाओं, अल्पसंख्यकों, दलितों संबंधी संवेदना को जागृत करने वाला विषय रहा। इस मौके पर अनुराधा नागिया ने गोष्ठी के मूल विषय की रूपरेखा प्रस्तुत की। गोष्ठी में मौजूद डॉ. उपेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ समाज की स्थापना के लिए मानवाधिकार की रक्षा करनी चाहिए। मौलिक कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम में महाविद्यालय के समाचार बुलेटिन का विमोचन किया। उन्होंने बताया कि आधी आबादी की महत्वता तभी सिद्ध होगी जब उन्हें पुरूष के समान ही शिक्षा, संपत्ति, सम्मान मिलेगा। तीसरे तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. कुशलपाल ने खाप पंचायतों के पक्ष और विपक्ष पर कहा कि खाप पंचायतों की उपयोगिता को नकारा नहीं जा सकता। इस मौके पर अनुराधा नागिया, ज्योति खंडूजा, रेणु बाला, डॉ. सुनीता सलारिया, स्वाति शर्मा, मोनिका सैनी, सुमन व साक्षी अनेजा मौजूद रहे।