दिवाली की रात बिगड़ी शहर की सूरत
जागरण संवाददाता, कठुआ : दिवाली नजदीक आते ही हमने घर की सफाई शुरू कर दी थी। दुकान, बाजार सब सज गए। ले
जागरण संवाददाता, कठुआ : दिवाली नजदीक आते ही हमने घर की सफाई शुरू कर दी थी। दुकान, बाजार सब सज गए। लेकिन त्योहार के जाते-जाते शहर की सूरत बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पटाखों के खाली पैकेट और आतिशबाजी के अवशेष हटाने की जहमत शुक्रवार को किसी ने नहीं उठाई। वो लोग भी नदारद दिखे जो अब तक हाथ में झाड़ू लेकर फोटो खिंचवाने आगे आ रहे थे। नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों सार्वजनिक स्थानों पर सफाई की, लेकिन कूड़े को आग के हवाले कर वायु को प्रदूषित कर दिया।
यह आशंका पहले से बनी हुई थी कि कहीं त्योहार की खुमारी में लोग स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत अभियान को न भुला दें। यह डर सही साबित हुआ। सुबह शहर के हर कोने में गंदगी का अंबार नजर आया। फूटे हुए पटाखों के कागज और बारूद की गंध ने शहर की तस्वीर को और बदनुमा कर दिया था। हद तो तब हो गई जब कुछ सफाई कर्मचारियों ने सफाई करने के बाद कूड़े को चौक-चौराहों पर ही आग के हवाले कर दिया। सड़क भले ही कुछ हद तक साफ हो गई, लेकिन वायु प्रदूषण में इजाफा हो गया।
शहर के मुखर्जी चौक के पास से तो गंदगी के ढेर हटा दिए गए, लेकिन पीडब्ल्यूडी पॉश कॉलोनी सहित शहर के रामलीला मैदान में गंदगी के अंबार साफ देखने को मिले। रामलीला मैदान में पटाखों के स्टॉल के बाद वहां पड़ी गंदगी को शुक्रवार नहीं हटाया गया था। नगर परिषद की चु¨नदा और सार्वजिनक स्थानों से साफ सफाई से साफ प्रतीत होता है कि स्वच्छता अभियान लागू होने के बाद भी कोई नई योजना अभी तक तैयार नहीं की गई है। नगर परिषद के पास आज भी सफाई की योजना में कोई सुधार नहीं दिख रहा है,वहीं पुराने तौर तरीके और योजना से काम चलाया जा रहा है।