शिविर छोड़ घर लौटे सीमांतवासी
संवाद सहयोगी, हीरानगर : पाकिस्तान की चाल और चरित्र को समझने वाले सीमांतवासी मन में भय लिए बोझिल कदम
संवाद सहयोगी, हीरानगर : पाकिस्तान की चाल और चरित्र को समझने वाले सीमांतवासी मन में भय लिए बोझिल कदमों से शनिवार को श्ररणार्थी शिविर छोड़ घर चले गए। सीमावर्ती क्षेत्र में अभी भी तनाव बना हुआ है। किसान खेतों में नहीं जा रहे हैं।
शुक्रवार को एडीसी कठुआ प्रसन्ना रामास्वामी ने बॉर्डर यूनियन के सदस्यों से बैठक कर लोगों को घर लौटने के लिए कहा था। इसके बाद शनिवार को मन्यारी, पानसर, कड़ियाला आदि गांवों के लोग घर लौट गए। लोगों ने कहा कि गोलीबारी को रोकने के लिए दोनों देशों के बीच कोई समझौता नहीं हुआ है। इस कारण पाकिस्तान कभी भी गोलीबारी शुरू कर सकता है।
क्षेत्र निवासी सुभाष ¨सह, रतन चंद, शाम लाल पूर्ण चंद ने कहा कि प्रशासन जाने के लिए तो कह रहा है, लेकिन पाकिस्तान फिर गोलीबारी नहीं करेगा, इसकी जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा है। भले ही इस समय हीरानगर सेक्टर में गोलीबारी नहीं हो रही। फिर भी लोगों में खौफ बरकरार है। सरकार को कोई स्थायी हल करना चाहिए। अगर ऐसे ही चलता रहा तो लोगों का इन इलाकों में तो जीना ही मुश्किल हो जाएगा। सरकार को चाहिए कि सीमांतवासियों को सुरक्षित स्थानों पर प्लॉट दिया जाए।
वहीं, इस संबंध में बीएसएफ के कमांडेंट अशोक कुमार ने कहा कि सीमा पर हालात सामान्य होते कुछ समय और लग सकता है।