राजस्थान से तीन आईपीएस, एक आईएएस फरार
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। राजस्थान सरकार को विभिन्न मामलों में वांछित तीन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) औ
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। राजस्थान सरकार को विभिन्न मामलों में वांछित तीन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों की तलाश है। इनमें से एक आईपीएस अधिकारी तो डेपुटेशन पर केन्द्र में गये थे, लेकिन वापस लौट कर नहीं आए। राज्य सरकार को उनकी तलाश है। वहीं दो आईपीएस अधिकारी लापता होने के बाद सरकारी सेवा से बर्खास्त है। एक आईएएस अधिकारी दुष्कर्म के आरोप में बर्खास्त हो गए, लेकिन गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे है।
राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी राजेन्द्र कुमार जोशी वर्ष 2000 में भारत से यूएन मिशन पर गए थे। तब वे आरपीएस थे। एक अफसर अधिकतम एक समय में अधिकतम सात साल तक डेपुटेशन पर रह सकता है, लेकिन जोशी को 2009-10 तक एक्सटेंशन मिलता रहा। इसके बाद से जोशी गैर हाजिर रहे। बावजूद सरकार की तरफ से जोशी का नाम प्रमोशन के लिए केन्द्र को भेज दिया गया और बिना एसीआर के ही जोशी को प्रमोट कर वर्ष फरवरी, 2010 को आईपीएस बना दिया। इसके बाद से आईपीएस जोशी के बारे में न पुलिस के पास कोई सूचना है और ना ही गृह विभाग को कोई सूचना है। हालात यह है कि उनकी फाइल ही गृह विभाग से गायब हो गई।
राजस्थान पुलिस के डीआईजी रहे आईपीएस मधुकर टंडन पर करीब 17 वर्ष पहले अपने अर्दली की पत्नी से देहशोषण का मामला दर्ज हुआ, पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई और वे फरार हो गए।
एक अन्य आईपीएस अनिल खन्ना लंबे समय तक गायब रहे। दोनों को ही नौकरी से निकालना पड़ा।
राज्य के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी बी.बी. महांति जयपुर के महेश नगर पुलिस थाने में एक युवती से दुष्कर्म को लेकर दर्ज हुए मामले में वांछित है। पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार नहीं कर पा रही और वे फरार चल रहे है। हालांकि सरकार ने उन्हें निलंबित अवश्य कर दिया। गौरतलब है कि राज्य के दो तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रिश्वत के मामले में फिलहाल जेल में है।