आधुनिक शिक्षा को आत्मसात करने की जरूरत : शर्फुद्दीन
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : वर्तमान में जिन विषयों की पढ़ाई हो रही है वे आधुनिक शिक्षा से जुड़ी है। इस बात की सख्त जरूरत है कि विद्यार्थियों को इस तथ्य से पूर्ण परिचित कराया जाए ताकि उनमें विज्ञान के प्रति जिज्ञासा बढ़े। यह विचार जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के डीन सामान्य विज्ञान डॉ. शर्फुद्दीन अहमद ने व्यक्त किए। उन्होंने करीम सिटी कॉलेज के गणित स्नातकोत्तर विभाग की ओर से बुधवार को यूजीसी प्रायोजित 'अप्लीकेशंस फोर इंटीग्रल ट्रांसफार्म्स ऑन स्पेशल फंक्शन' विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। मुख्य वक्ता के रूप में आइआइटी खड़गपुर के गणित विभागाध्यक्ष डॉ. एआर राय ने अपने विचार रखे। वहीं कोल्हान विवि के गणित विभागाध्यक्ष डॉ. सनत मंडल ने समाज में गणित विषय की प्रसिद्धि बढ़ाने, इसे और अधिक प्रचलित करने की वकालत की। जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय नई दिल्ली के गणित विभाग के डॉ. एम हसन शाहिद ने ज्यामिति के आधुनिक शोधों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ज्यामिति ऐसा विषय है जिसका संबंध अंकगणित, बीजगणित सहित कई अन्य विषयों से है। भोजनावकाश के बाद तकनीकी सत्र की अध्यक्षता कोल्हान विवि गणित विभाग के डॉ. एनआर चक्रवर्ती, ग्रेजुएट कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ. अमिताभ बोस ने की। इस सत्र में छह से अधिक शोधपत्र पढ़े गए। इसके पूर्व सुबह कॉलेज के सेमिनार हॉल में राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन अवसर पर स्वागत भाषण प्राचार्य डॉ. मो. जकारिया ने दिया। उन्होंने सेमिनार के कन्वेनर डॉ. पीसी बनर्जी और कॉलेज के तमाम शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं। कन्वेनर डॉ. पीसी बनर्जी ने सेमिनार के विषय और उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कॉलेज की ओर से सभी मेहमान विद्वानों को स्मृतिचिह्न प्रदान किए गए। कॉलेज के गणित विभाग के शाहिद अहमद हाशमी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ. मोइज अशरफ ने किया।