नौ माह में पूरा हो लखनऊ-इलाहाबाद फ्लाईओवर
कानपुर, जागरण संवाददाता: लखनऊ-इलाहाबाद फ्लाईओवर का निर्माण हर हाल में नौ माह में यानि दिसंबर 2014 तक पूरा करने का लक्ष्य गैमन इंडिया कंपनी को दिया गया। काम तो तेजी से चल रहा है लेकिन रामादेवी सब्जीमंडी, चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा और तेजी से भाग रहा ट््रैफिक आड़े आ रहा है। प्रतिमा हटाकर ही निर्माण कराया जायेगा। इसके लिए प्रशासन स्तर पर राष्ट्रीय राजमार्ग के अफसर बातचीत कर रहे हैं।
रामादेवी चौराहे पर इलाहाबाद व लखनऊ हाइवे को फ्लाईओवर से जोड़ने की योजना वर्ष 2005 में बनी थी, तब से निर्माण कार्य चल रहा है। अधूरे फ्लाईओवर, फैली निर्माण सामग्री व मशीनों के कारण वाहन सवारों को जाम से जूझना पड़ता है, तो रामादेवी, हरजेन्दर नगर व जाजमऊ क्षेत्र की लाखों आबादी का धूल से जीना मुहाल हो गया है। गैमन इंडिया निर्माण करा रही है। रामादेवी सब्जीमंडी रोड पर सर्विस लेन का निर्माण चल रहा है। सब्जी मंडी व आवारा जानवरों की धमाचौकड़ी के चलते काम एक पखवारे पीछे हो गया है। प्रशासन व नगर निगम अफसरों को लिखे पत्र भी काम नहीं आए। इसी कड़ी में दोनों हाईवे को जोड़ने में आड़े आई रामादेवी चौराहा पर लगी चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा को हटाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग के अफसरों ने लिखकर दे दिया है कि प्रतिमा को फ्लाई ओवर बनाने के समय कुछ दिनों के लिए हटाना पड़ेगा। ट्रैफिक से भी दिक्कत है। निर्माण पूरा करने का समय सितंबर 2014 रखा गया है लेकिन अफसरों का कहना है कि दो माह लक्ष्य बढ़ सकता है। नए साल में इस फ्लाई ओवर पर वाहन दौड़ेंगे।
राष्ट्रीय राजमार्ग के परियोजना प्रबंधक नवीन मिश्र ने बताया कि प्रतिमा हटाने के लिए प्रशासन से बात हो गयी है जब फ्लाई ओवर यहां पर बनने लगेगा तो कुछ दिन के लिए प्रतिमा हटा दी जाएगी। दिसंबर तक काम पूरा हो जाएगा।
फ्लाईओवर का सफर
बनना है - रामादेवी से जाजमऊ पुल होते उन्नाव सीमा तक
कुल लंबाई- 5.46 किलोमीटर
कुल लागत- 160 करोड़ रुपए
काम शुरू हुआ- दिसंबर, 2005
निर्माण कंपनी- गैमन इंडिया
काम पूरा होना था- वर्ष 2008
वर्तमान स्थिति- 70 फीसद काम
अब लक्ष्य- सितंबर 2014
दिक्कत- चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा, रामादेवी सब्जी मंडी और ट्रैफिक।